शरद पुरोहित,जयपुर। राजस्थान के भिवाड़ी में एक गंभीर मामला सामने आया, जिसमें साइबर सेल के 7 पुलिसकर्मी अपने ही कप्तान, एसपी ज्येष्ठा मैत्रेई, की जासूसी कर रहे थे। यह घटना तब उजागर हुई जब एसपी को खुद के मोबाइल लोकेशन ट्रेस किए जाने की जानकारी मिली।
7 पुलिसकर्मी सस्पेंड
जासूसी का मामला सामने आते ही एसपी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए साइबर सेल के प्रभारी उपनिरीक्षक सहित 7 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया। जिन जवानों को निलंबित किया गया है उनमें साइबर सेल प्रभारी श्रवण जोशी, हेड कांस्टेबल अवनीश कुमार, कांस्टेबल राहुल, सतीश, दीपक, भीम और रोहिताश शामिल हैं।
एसपी ने जताई नाराजगी
एसपी ज्येष्ठा मैत्रेई ने इस मामले पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, “मैं ईमानदारी से अपना काम कर रही हूं, मुझे उम्मीद नहीं थी कि मेरे ही डिपार्टमेंट के लोग मेरी जासूसी करेंगे। यह बेहद निराशाजनक है कि मेरे ही लोग मेरी मोबाइल लोकेशन ट्रेस कर रहे थे।”
साइबर सेल की जांच जारी
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने जांच के लिए आरपीएस अधिकारी नियुक्त किया है। राजस्थान पुलिस के महानिरीक्षक यूआर साहू ने भी मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि जांच जारी है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पिछले कार्यकाल और पृष्ठभूमि
एसपी ज्येष्ठा मैत्रेई मध्यप्रदेश के गुना की रहने वाली हैं और 2017 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं। उनकी पहली पोस्टिंग 2018 में उदयपुर में हुई थी। उन्होंने इससे पहले सिरोही, कोटपूतली और बहरोड़ में भी अपनी सेवाएं दी हैं। उन्हें एक तेज-तर्रार अधिकारी के रूप में जाना जाता है।