शरद पुरोहित, जयपुर। राजस्थान में वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा में फर्जी अभ्यर्थियों (डमी कैंडिडेट्स) के इस्तेमाल का बड़ा घोटाला सामने आया है। एसओजी ने ग्राम विकास अधिकारी (वीडीओ) दर्शन कुमार मीणा को गिरफ्तार किया, जिसने इस धांधली में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। एसओजी के एडीजी वी.के. सिंह के अनुसार, अब चार डमी अभ्यर्थियों की तलाश की जा रही है।
20-20 लाख में डील, 4 डमी ने दी परीक्षा
गिरफ्तार वीडीओ दर्शन कुमार मीणा ने 20-20 लाख रुपये में सौदा तय कर फर्जी अभ्यर्थियों को परीक्षा दिलाई। अनिल कुमार मीणा और सुरत राम मीणा, जिनकी परीक्षा डमी कैंडिडेट्स ने दी थी, को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया है। ये दोनों विज्ञान विषय के वरिष्ठ अध्यापक पद के लिए चयनित हो गए थे।
वीडीओ समेत तीन गिरफ्तार, चार डमी की तलाश
एसओजी ने अनिल कुमार को 4 सितंबर और सुरत राम को 5 सितंबर को गिरफ्तार किया था। इनकी गिरफ्तारी के बाद वीडीओ दर्शन कुमार मीणा को भी पकड़ा गया, जो फिलहाल 17 सितंबर तक रिमांड पर है। इस मामले में एसओजी अब चार अन्य डमी अभ्यर्थियों की तलाश कर रही है, जिनकी मदद से यह धांधली की गई थी।
दलाल और गिरोह का खुलासा
पुलिस अब गिरफ्तार आरोपियों से आमने-सामने बैठाकर पूछताछ कर रही है। अनुसंधान अधिकारी प्रकाश कुमार शर्मा के अनुसार, इस घोटाले में एक बड़ा गिरोह काम कर रहा है जो डमी अभ्यर्थियों को परीक्षा दिलवाने के लिए मोटी रकम वसूलता था। दर्शन कुमार मीणा ने खुद इस धांधली के लिए 9 लाख रुपये बीच में रखे थे और बाकी पैसे अपने साथियों को दे दिए थे।