राजस्थान की बेटियों ने रचा इतिहास: अवनी ने जीता गोल्ड, मोना को शूटिंग में मिला कांस्य

अवनि लेखरा ने पेरिस पैरालंपिक 2024 में महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। मोना अग्रवाल ने कांस्य पदक जीता।

राजस्थान की अवनि लेखरा (Avani Lekhara) ने पेरिस पैरालंपिक 2024 (paris paralympics) में इतिहास रच दिया है। उन्होंने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता।

यह अवनि का दूसरा पैरालंपिक स्वर्ण पदक है। उन्होंने 2020 में टोक्यो पैरालंपिक में भी स्वर्ण पदक जीता था।

मोना अग्रवाल ने जीता कांस्य पदक

Avani के साथ ही राजस्थान की मोना अग्रवाल (Mona Agarwal) ने भी शानदार प्रदर्शन किया। मोना ने इसी प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीता।

अवनि का नया पैरालंपिक रिकॉर्ड

Avani Lekhara ने फाइनल में 249.7 अंक बनाकर नया पैरालंपिक रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने अपना ही पिछला रिकॉर्ड तोड़ा।

टोक्यो पैरालंपिक 2020 में उन्होंने 249.6 अंक बनाए थे। यह उनके करियर का एक और शानदार मुकाम है।

जयपुर की अवनि की प्रेरणादायक कहानी

अवनि लेखरा राजस्थान की राजधानी जयपुर की रहने वाली हैं।

उनके पिता का नाम प्रवीण लेखरा और मां का नाम श्वेता लेखरा है।

2012 में एक सड़क दुर्घटना में अवनि को गंभीर चोटें आईं।

उनकी रीढ़ की हड्डी में चोट लगने के कारण वह खड़े होने और चलने में असमर्थ हो गईं।

अवनि इस दुर्घटना के बाद बहुत निराश हो गईं थीं।

उन्होंने खुद को कमरे में बंद कर लिया।

लेकिन उनके माता-पिता ने उन्हें लगातार प्रेरित किया।

इसके बाद अवनि ने निशानेबाजी को अपना लक्ष्य बनाया।

प्रेरणा का स्रोत बनी अभिनव बिन्द्रा की बायोग्राफी

अवनि को निशानेबाजी की प्रेरणा अभिनव बिन्द्रा की बायोग्राफी से मिली। उन्होंने कड़ी मेहनत से इस खेल में अपनी जगह बनाई।

अवनि का पैरालंपिक सफर

Avani ने टोक्यो पैरालंपिक 2020 में 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था। इसके साथ ही उन्होंने 50 मीटर राइफल स्पर्धा में कांस्य पदक भी जीता था।

पेरिस पैरालंपिक 2024 में नया मुकाम

पेरिस पैरालंपिक 2024 में अवनि ने फिर से स्वर्ण पदक जीता। वह लगातार दो पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं।

मोना अग्रवाल का भी शानदार प्रदर्शन

मोना अग्रवाल ने भी पैरालंपिक में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता।

Mona ने दिसंबर 2021 से ही शूटिंग की शुरुआत की थी। इतने कम समय में उन्होंने अपने दमखम का परिचय दिया।

अवनि और मोना की जीत पर देश गर्वित

अवनि और मोना की इस ऐतिहासिक जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बधाई दी। उन्होंने अवनि को लगातार दो स्वर्ण पदक जीतने के लिए सराहा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि अवनि की जीत से देश गर्वित है।

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राजस्थान की दो बेटियों ने बढ़ाया देश का मान

राजस्थान की दो बेटियों, अवनि लेखरा और मोना अग्रवाल ने पेरिस पैरालंपिक में पदक जीतकर देश का मान बढ़ाया है।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी अवनि और मोना को बधाई दी।

अवनि लेखरा का सफर प्रेरणादायक

अवनि लेखरा का पैरालंपिक में सफर हर भारतीय के लिए प्रेरणादायक है। उन्होंने कठिनाइयों को मात देकर अपने सपनों को पूरा किया।

पैरालंपिक में भारत को मिला पहला मेडल

अवनि लेखरा ने पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारत के लिए पहला मेडल जीता। उनकी यह जीत देश के लिए गर्व की बात है।

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लेखक परिचय

Dr Sharad Purohit
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शरद पुरोहित एक प्रतिष्ठित पत्रकार हैं, जिन्होंने मीडिया के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वह हिंदी समाचार चैनल 'Zee News', 'सहारा समय और 'ETV News राजस्थान' में भी वरिष्ठ संवाददाता के रूप में कार्यरत रहे हैं। जयपुर में रहते हुए शरद पुरोहित अपराध पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बनाई और उनकी रिपोर्टिंग ने अपराध जगत से जुड़े कई मामलों पर गहराई से प्रकाश डाला। वह डिजीटल मीडिया के क्षेत्र में भी कुशल माने जाते हैं। उन्होंने डिजिटल मीडिया में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हुए देश का पहला हिंदी ओटीटी न्यूज़ प्लेटफार्म 'The Chowk' की शुरुआत की, जिसमें वह सीईओ की भूमिका निभा रहे हैं। शरद पुरोहित का योगदान न केवल पारंपरिक पत्रकारिता में, बल्कि डिजीटल प्लेटफार्म पर भी अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है।
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