करौली में मूक-बधिर बच्ची की मौत का मामला गरमाया! परिजनों का आरोप- पेट्रोल डालकर जिंदा जलाया, यहां जानिए क्या है मामले की सच्चाई

करौली जिले के हिंडौन सीटी में बुधवार को एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई, जिसने पूरे प्रदेश को फिर शर्मसार कर दिया।

चौक टीम, जयपुर। करौली जिले के हिंडौन सीटी में बुधवार को एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई, जिसने पूरे प्रदेश को फिर शर्मसार कर दिया। यहां 11 साल की एक मूक-बधिर बच्ची को पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया गया, जिसकी घटना के 11 दिन बाद अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। इस घटना को लेकर लोगों में भारी गुस्सा है। लोग सोशल मीडिया के जरिए अपनी आवाज बुलंद करते हुए राजस्थान सरकार पर सवाल उठा रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक टोडाभीम के ग्राम दादनपुर में रहने वाली मूक बधिर बालिका की घटना 9 मई को सामने आई, जहां उस समय की मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस अधीक्षक बृजेश ज्योति उपाध्याय का शुरुआती बयान है कि बच्ची खेलते समय ट्रांसफार्मर की चपेट में आ गई, जिससे वो बुरी तरह से झुलस गई। इस घटना को लेकर पुलिस ने आसपास के लोगों से भी पूछताछ की। वहीं बच्ची की हालत को देखते हुए उसका जयपुर के SMS अस्पताल के बर्न वार्ड में इलाज जारी है।

खेलते समय बच्ची को तेजाब फेंक कर जलाया गया- परिजन

वहीं घटना के बारे में बताते हुए बच्ची के चाचा टीकाराम मीणा ने बताया कि बच्ची गुरुवार को सुबह घर के बाहर खेल रही थी, तभी वो झुलसी अवस्था में मिली और एक व्यक्ति ने आकर घर पर इसकी सूचना दी। इसके बाद बालिका के पिता द्वारा हिंडौन सिटी के नई मंडी पुलिस थाने में 11 मई 2024 को एक मामला दर्ज करवाया गया जहां 231/2024 मुकदमा धारा 307, 341 में दर्ज हुआ। वहीं परिजनों का आरोप है कि खेलते समय बच्ची को तेजाब फेंक कर जलाया गया है।

बच्ची का बयान क्या कहता है?

14 मई को जयपुर के SMS के बर्नवार्ड नं.3 में बच्ची ने महिला लैंग्वेज इंस्पेक्टर और नई मंडी के एक ASI के सामने (मूक-बधिर होने के कारण) CRPC-161 में बयान दर्ज करवाया। इसमें बच्ची से पूछा गया कि आपको किसने जलाया तो 10-12 लोगों के नाम लेने से नहीं पहचाना लेकिन फिर कुछ फोटो दिखाने पर बच्ची ने एक शख्स की पहचान की और पेट्रोल डालकर जलाने का कहा और कोई गलत काम किए जाने के बारे में मना कर दिया। वहीं बच्ची ने बिजली के करंट या अन्य किसी तार से जलने का मना किया।

परिजनों ने 21 मई को किया अंतिम संस्कार

21 मई को जिंदगी की जंग 11 दिनों तक SMS अस्पताल में लड़ने के बाद बच्ची ने मंगलवार को दम तोड़ दिया जिसके बाद बच्ची के पिता ने CM के नाम लिखे एक ज्ञापन में बेटी के साथ रेप होने की आशंका जताते हुए लिखा – इस घटना को 11 दिन बीत चुके हैं लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई, न कोई कानूनी कार्रवाई हुई। मेरी बेटी इशारों में दोषियों की फोटो के जरिए पहचान की थी लेकिन किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया।

आगे कहा कि एक्सपर्ट की मौजूदगी में मेरी बेटी के बयान दर्ज कराए गए लेकिन नई मंडी पुलिस के द्वारा उदासीनता बरती गई। ज्ञापन डीएसपी को सौंपने के बाद मृतका का दाह संस्कार किया गया। वहीं बच्ची की मौत के बाद सोशल मीडिया पर जोरदार आवाज उठाई गई है।

करौली पुलिस का अधिकारिक बयान

नई मंडी हिण्डौन थाना अन्तर्गत घटित पीड़ित-बालिका की घटनाक्रम की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्परता से बालिका को अस्पताल पहुंचा कर चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध करवाई और बालिका के स्किन सैंपल एवं कपड़ों के सैंपल FSL परीक्षण के लिए भेजे गए हैं जहां साइंटिफिक एक्सपर्ट्स की राय के बाद आगे जांच की जाएगी।

बालिका मूकबधिर होने के कारण साइन लैंग्वेज एक्सपर्ट की सहायता से उसके बयान दर्ज किए गए हैं। राजस्थान पुलिस इस प्रकरण की गुत्थी सुलझाने के लिए कटिबद्ध है और इसके लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इस घटना की संवेदनशीलता देखते हुए कोई भी अप्रामाणिक बात किसी के द्वारा सार्वजनिक मंच पर कहना उचित नहीं होगा।

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लेखक परिचय

Dr Sharad Purohit
Dr Sharad Purohithttps://x.com/DrSharadPurohit
शरद पुरोहित एक प्रतिष्ठित पत्रकार हैं, जिन्होंने मीडिया के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वह हिंदी समाचार चैनल 'Zee News', 'सहारा समय और 'ETV News राजस्थान' में भी वरिष्ठ संवाददाता के रूप में कार्यरत रहे हैं। जयपुर में रहते हुए शरद पुरोहित अपराध पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बनाई और उनकी रिपोर्टिंग ने अपराध जगत से जुड़े कई मामलों पर गहराई से प्रकाश डाला। वह डिजीटल मीडिया के क्षेत्र में भी कुशल माने जाते हैं। उन्होंने डिजिटल मीडिया में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हुए देश का पहला हिंदी ओटीटी न्यूज़ प्लेटफार्म 'The Chowk' की शुरुआत की, जिसमें वह सीईओ की भूमिका निभा रहे हैं। शरद पुरोहित का योगदान न केवल पारंपरिक पत्रकारिता में, बल्कि डिजीटल प्लेटफार्म पर भी अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है।
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