नदी में प्लेन को उतारकर बचायी 155 लोगों की जिंदगी

प्लेन में बैठना किसी के लिए सुखद अनुभव होता है तो किसी के लिए ये बहुत दर्दनाक होता है. खिड़की से बादल देखकर इंस्टाग्राम पर फोटो पोस्ट करना अलग बात है और सही में एक सुखद फ्लाइट जर्नी का अनुभव करना अलग. कई बार जो लोग पहली बार प्लेन में बैठे होते हैं वो डरे होते हैं, प्लेन का सफर हर किसी के लिए एक अलग अनुभव ले आता है. किसी के लिए अच्छा और किसी के लिए बुरा. लेकिन आज बात करते है कुछ ऐसी यात्राओं की जिन्हे आप जानकर हैरान रह जायेंगे. क्योंकि इन यात्राओं की कहानी हॉलीवुड फिल्म की स्क्रिप्ट से कम नही है. लेकिन ये रील स्टोरी नही बल्कि रियल स्टोरी है.

कल्पना करो कि आप किसी प्लेन से किसी जगह जा रहे हो. प्लेन उड़ान भरने के कुछ समय बाद पता चलता है कि प्लेन के इंजन में आग लग गई है. अब आप क्या करोगे. यह एक ऐसी ही सच्ची घटना है जिसकी कोई इंसान कल्पना भी नहीं करना चाहेगा और यही कल्पना एयरबस ए-320 डोमेस्टिक फ्लाईट के यात्रियों के लिए सच साबित हुई. न्यूयॉर्क के लागार्डिया एयरपोर्ट से उड़ान भरते ही यह हादसा हो गया. यह विमान नॉर्थ कैरोलाइना की उड़ान पर था. इसी विमान में सवार एक यात्री जेफ़ कोलोजेय का कहना था कि उड़ान भरने के तीन या चार मिनट बाद अचानक फ्लाईट को झटका लगा, ऐसा लगा कि कोई विमान से टकराया है. बायाँ इंजन फुंक गया. उससे से आग की लपटें निकल रही थीं और क्योंकि मैं उसी ओर बैठा था, इसलिए मुझे सब साफ़ नज़र आ रहा था . लगभग दो मिनट बाद पायलट ने कहा, अब आप एक ज़ोरदार झटके के लिए खुद को तैयार कर लीजिए. पायलट जानता था कि जल्द ही कुछ नही किया गया तो प्लेन में सवार 155 लोग अपना जीवन गंवा देंगे। इस दौरान पायलट ने एक साहसी फैसला लेते हुए विमान को पास की नदी में उतारने का निर्णय लिया. जब विमान नदी में उतरा तो पानी ज़ोर से उछला था. लैंड होने के कुछ देर बाद तक विमान के अंदर ‘अफ़रातफ़री’ का माहौल था. विमान के हडसन नदी में उतरने के बाद नावों के ज़रिए पहुँचे बचाव दल ने यात्रियों को बाहर निकाला. इससे पहले लाइफ़ जैकेट पहने यात्रियों को विमान के पंखों पर खड़े हुए देखा गया था. पायलट के बेहद साहसी इस निर्णय ने आखिरकार 6 क्रू मेंबर्स और 150 यात्रियों की जान बचा ली थी.

लेखक परिचय

Dr Sharad Purohit
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शरद पुरोहित एक प्रतिष्ठित पत्रकार हैं, जिन्होंने मीडिया के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वह हिंदी समाचार चैनल 'Zee News', 'सहारा समय और 'ETV News राजस्थान' में भी वरिष्ठ संवाददाता के रूप में कार्यरत रहे हैं। जयपुर में रहते हुए शरद पुरोहित अपराध पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बनाई और उनकी रिपोर्टिंग ने अपराध जगत से जुड़े कई मामलों पर गहराई से प्रकाश डाला। वह डिजीटल मीडिया के क्षेत्र में भी कुशल माने जाते हैं। उन्होंने डिजिटल मीडिया में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हुए देश का पहला हिंदी ओटीटी न्यूज़ प्लेटफार्म 'The Chowk' की शुरुआत की, जिसमें वह सीईओ की भूमिका निभा रहे हैं। शरद पुरोहित का योगदान न केवल पारंपरिक पत्रकारिता में, बल्कि डिजीटल प्लेटफार्म पर भी अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है।
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