राजस्थान में 100 से अधिक कुपोषित बच्चे मिलने से मचा हड़कंप, प्रशासन हुआ अलर्ट

राजस्थान के बारां जिले में सहरिया जनजाति के 172 बच्चों में कुपोषण की पुष्टि हुई है। प्रशासन ने शाहाबाद और किशनगंज क्षेत्र में कुपोषण के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला अस्पताल और समरानियां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में MTC बिस्तरों की संख्या बढ़ाई गई है।

शरद पुरोहित, जयपुर। बारां जिले के शाहाबाद-किशनगंज क्षेत्र में सहरिया जनजाति के 172 बच्चों में कुपोषण की पुष्टि हुई है। जिला प्रशासन ने तुरंत इन बच्चों को कुपोषण उपचार केंद्रों (MTC) में भर्ती कराया, जिनमें से 25 बच्चों को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है।

प्रशासन की सख्त कार्रवाई

जिलाधिकारी रोहिताश्व सिंह तोमर ने बताया कि सहरिया जनजाति के अधिकतर परिवार प्रवासी मजदूर हैं, जिससे बच्चों की देखभाल में कमी हो जाती है। इससे बच्चे मौसमी बीमारियों का शिकार होते हैं और कुपोषण की चपेट में आ जाते हैं।

स्वास्थ्य सेवाओं की कमी

शाहाबाद और किशनगंज क्षेत्र में कुपोषण के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला अस्पताल और समरानियां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में MTC बिस्तरों की संख्या बढ़ाई गई है।

ICDS की चुनौतियाँ

जिले में समेकित बाल विकास सेवा (ICDS) विभाग के पास कर्मचारियों की भारी कमी है। जिले में बाल विकास परियोजना अधिकारी (CDPO) के आठ पद स्वीकृत हैं, लेकिन सिर्फ दो अधिकारी काम कर रहे हैं। महिला पर्यवेक्षकों के स्वीकृत 51 पदों में से केवल 18 पर ही नियुक्ति हो पाई है।

राजनीति का हस्तक्षेप

इस मुद्दे ने सत्ताधारी और विपक्षी दलों का ध्यान खींचा है। किशनगंज से भाजपा विधायक ललित मीणा ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर नए MTC केंद्रों की स्थापना और सहरिया जनजाति के लिए योजनाओं में सुधार की मांग की है। कांग्रेस की पूर्व विधायक निर्मला सहरिया ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने जनजाति के लिए जरूरी योजनाएं बंद कर दी हैं।

कुपोषण की रोकथाम के प्रयास

प्रभारी चिकित्सा अधिकारी शेख आरिफ इकबाल ने कहा कि सर्वेक्षण के बाद अधिकांश कुपोषित बच्चों की पहचान कर उन्हें उपचार दिया गया है, जिससे स्थिति अब नियंत्रण में आ रही है।

Leave a reply

Please enter your comment!
Please enter your name here

लेखक परिचय

Dr Sharad Purohit
Dr Sharad Purohithttps://x.com/DrSharadPurohit
शरद पुरोहित एक प्रतिष्ठित पत्रकार हैं, जिन्होंने मीडिया के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वह हिंदी समाचार चैनल 'Zee News', 'सहारा समय और 'ETV News राजस्थान' में भी वरिष्ठ संवाददाता के रूप में कार्यरत रहे हैं। जयपुर में रहते हुए शरद पुरोहित अपराध पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बनाई और उनकी रिपोर्टिंग ने अपराध जगत से जुड़े कई मामलों पर गहराई से प्रकाश डाला। वह डिजीटल मीडिया के क्षेत्र में भी कुशल माने जाते हैं। उन्होंने डिजिटल मीडिया में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हुए देश का पहला हिंदी ओटीटी न्यूज़ प्लेटफार्म 'The Chowk' की शुरुआत की, जिसमें वह सीईओ की भूमिका निभा रहे हैं। शरद पुरोहित का योगदान न केवल पारंपरिक पत्रकारिता में, बल्कि डिजीटल प्लेटफार्म पर भी अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है।
--advt--spot_img