चौक टीम, जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव में अब करीब पांच माह का समय ही बचा है. इसको देखते हुए भाजपा ने वापसी का प्लान तैयार किया है. इसी का संदेश देने के लिए कार्यकर्ताओं के बीच केंद्र के तीन बड़े दिग्गज नेता राजस्थान दौरे पर आ रहै हैं. 28, 29 और 30 जून को राजस्थान के दौरे पर केंद्रीय नेता अमित शाह, राजनाथ सिंह और जेपी नड्डा रहेंगे. इसी कड़ी में आज केन्द्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह जोधपुर दौरे पर हैं, वहीं 29 जून को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पूर्वी राजस्थान में और केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह 30 जून को उदयपुर संभाग में रहेंगे.
आपको बता दें प्रदेश में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर गहलोत सरकार को घेरने के लिए भाजपा ने ये दौरे तय किए हैं. जनता को मोदी सरकार की 9 वर्ष की उपलब्धियां बताने के बहाने आ रहे केंद्रीय मंत्री और नेता प्रदेश की गहलोत सरकार को भ्रष्टाचार, कुर्सी की लड़ाई, हिंदुत्व और तुष्टीकरण के मुद्दे पर टारगेट करेंगे. राजस्थान की सड़कों, जनसभाओं और जुलाई में होने वाले मानसून सत्र में विधानसभा सदन के अंदर और बाहर कांग्रेस सरकार को घेरने की रणनीति पर लगातार पार्टी में मंथन किया जा रहा है.
दरअसल, भाजपा की ओर से पिछले विधानसभा चुनाव के परिणाम का आकलन किया गया है. मुख्य रूप से उन संभागों पर अन्य नेताओं को भेजा जा रहा है जहां पार्टी का पिछले विधानसभा चुनाव में कमजोर प्रदर्शन रहा है. इसमें मुख्य रूप से भरतपुर और जोधपुर संभाग पर भाजपा की नजर है.
3 दिन, 4 संभाग, 117 सीटें और 3 नेता
वहीं, आज रक्षा मंत्री जोधपुर के बालेसर में बड़ी जनसभा को संबोधित करेंगे. इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का बीएसएफ और दक्षिण-पश्चिम कमांड के अफसरों-जवानों के साथ भी मुलाकात का कार्यक्रम है. राज्य सरकार के 9 साल पूरे होने पर लोकसभा सम्मेलन में भी भाग लेंगे. इसको देखते हुए गजेंद्र सिंह शेखावत भी कार्यक्रम की सफलता और बड़ी सभा के लिए क्षेत्र में पूरी तरह सक्रिय नजर आ रहै हैं, पूरे जोधपुर संभाग से लोकसभा, विधानसभा, मंडल, बूथ, शक्ति केंद्र स्तर तक के कार्यकर्ता कार्यक्रम में पहुंचेंगे.
इसी के साथ बता दें कि मारवाड़ के 6 जिलों की 33 सीटों में से बीजेपी की 14 तो कांग्रेस के पास 16 सीटें हैं जो बीजेपी के लिए मारवाड़ के सियासी समीकरण के लिए मजबूत स्थिति नहीं है.
भाजपा के लिए भरतपुर संभाग में बड़ी चुनौती
भरतपुर संभाग में कुल 4 जिले आते हैं और जिनमें 19 विधानसभा सीटें हैं. बात करे भरतपुर संभाग की तो यहां पर बीजेपी की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है, क्योंकि पिछले चुनाव में भरतपुर संभाग की 4 में से 3 जिलों में भरतपुर, करौली और सवाईमाधोपुर में भाजपा का खाता नहीं खुला और धौलपुर में जिस एक सीट पर जीत मिली थी. इसी को देखते हुए 29 जून को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भरतपुर आ रहे हैं. नड्डा 29 जून को भरतपुर में पार्टी के जिला कार्यालय के नए भवन का उद्घाटन करेंगे और भरतपुर की नदबई विधानसभा सीट पर जनसभा को संबोधित कर एक बड़ा सन्देश देने की तैयारी है. भरतपुर में बीजेपी की खराब स्थिति को देखते हुए यहां पर अन्य नेताओं के दौरे भी होंगे. बता दें यहां पर पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री पीयुष गोयल का भी दौरा रहा था.
मेवाड़ को साधने के लिए अमित शाह का दौरा
उदयपुर संभाग की 28 सीटों में से बीजेपी 15 तो कांग्रेस 10 सीटों पर है. ऐसा माना जाता है कि जिसने मेवाड़ फतेह कर लिया उसने राजस्थान फतह कर लिया. तो ऐसे में मेवाड़ को साधने के लिए अमित शाह आ रहै हैं. पार्टी की चिंता मेवाड़ के बड़े नेता गुलाबचंद कटारिया के असम राज्यपाल बनने के बाद वहां खाली उनकी जगह को भरने को लेकर अधिक है. इसीलिए 30 जून को गृहमंत्री अमित शाह उदयपुर में जनसभा को संबोधित करेंगे.
जाने क्या है राजस्थान भाजपा प्लान?
बीजेपी राजस्थान में जुलाई महीने में कई बड़े सम्मेलन और विरोध प्रदर्शन के कार्यक्रम करेगी. राष्ट्रीय नेताओं और केन्द्रीय मंत्रियों के अलग-अलग संभाग, जिलों में दौरे, सम्मेलनो और सभाओं के साथ भाजपा कांग्रेस की गहलोत सरकार के खिलाफ पोल खोल अभियान चलाएगी. जिसमें सरकार में हुए भ्रष्टाचार, महिलाओं और दलितों के खिलाफ हुए अपराध, किसानों की कर्जमाफी, पेपरलीक, गहलोत-पायलट में कुर्सी की लड़ाई, कांग्रेस सरकार के मंत्री और कांग्रेस विधायकों के आपसी आरोप-प्रत्यारोप, मुख्यमंत्री पर लगाए आरोप और सरकार के वादों की पोल खोलने का अभियान शुरू किया जाएगा.
इस अभियान के तहत 5 जुलाई को लंपी स्किन डिज़ीज से हुई गायों की मौतों और मुआवजे के मुद्दे पर प्रभावित पशुपालकों का बीकानेर में सम्मेलन होगा। जुलाई के दूसरे सप्ताह में झुंझुनूं में बड़ा किसान सम्मेलन आयोजित होगा. वही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी जल्द ही मारवाड़ में जोधपुर और शेखावाटी में सीकर के दौरे पर आकर जनसभा कर सकते हैं.