शरद पुरोहित,जयपुर। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनआईटी) जयपुर के 18वें दीक्षांत समारोह में देश को तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में विश्वभर में अग्रणी बनाने का आह्वान किया। उन्होंने प्रौद्योगिकी संस्थानों को शोध और अनुसंधान के क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने, पर्यावरण अनुकूल तकनीक अपनाने और विकसित भारत की दिशा में योगदान देने की अपील की।
महिलाओं की भागीदारी पर राष्ट्रपति की खुशी
समारोह में 20 में से 12 स्वर्ण पदक छात्राओं को मिलने पर राष्ट्रपति मुर्मू ने खुशी जताई और कहा कि जब लड़कियां आगे बढ़ती हैं, तो देश विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ता है। उन्होंने संस्थान की फैकल्टी में महिलाओं की एक तिहाई भागीदारी को भी महत्वपूर्ण बताया।
805 स्नातक और 79 पीएचडी छात्रों को डिग्री
राष्ट्रपति ने समारोह में 805 स्नातक, 477 स्नातकोत्तर और 79 पीएचडी विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की। उन्होंने अरावली छात्रावास का भी लोकार्पण किया।
राज्यपाल बागडे ने तकनीकी ज्ञान के महत्व पर दिया जोर
राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने प्रधानमंत्री के ‘विकसित भारत 2047’ के लक्ष्य की चर्चा करते हुए कहा कि इसमें युवाओं की भूमिका अहम है। उन्होंने छात्रों से अर्जित तकनीकी ज्ञान का राष्ट्र निर्माण में उपयोग करने की अपील की और ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस’ विभाग की स्थापना की सराहना की।
मुख्यमंत्री शर्मा की युवा नीति और स्टार्टअप प्रोग्राम की घोषणा
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राज्य सरकार की नई युवा नीति-2024 और स्टेट स्किल पॉलिसी के तहत चार लाख सरकारी भर्तियों की घोषणा की। उन्होंने अटल एंटरप्रेन्योरशिप प्रोग्राम और अटल इनोवेशन स्टूडियो की भी जानकारी दी, जिससे युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर मिलेंगे।
एमएनआईटी के शोध और अनुसंधान की उपलब्धियां
एमएनआईटी के निदेशक प्रो. एन. पी. पाढ़ी ने संस्थान की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए बताया कि संस्थान को 15 पेटेंट प्राप्त हुए हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि एमएनआईटी भविष्य में एक अग्रणी वैश्विक संस्थान बनेगा।