शरद पुरोहित,जयपुर। चित्तौड़गढ़ के सांसद सीपी जोशी ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को एक पत्र लिखकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी का पासपोर्ट रद्द कराने की मांग की है। सीपी जोशी का आरोप है कि राहुल गांधी देश विरोधी ताकतों के हाथों में खेल रहे हैं और उनके बयानों से देश की सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय संबंधों को खतरा हो सकता है। उन्होंने इस मांग के पीछे तीन प्रमुख कारण भी बताए हैं, जिनमें राहुल के बयानों को देशविरोधी गतिविधियों के तहत देखा जाना शामिल है।
गहलोत ने पत्र को बताया शरारतपूर्ण
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सीपी जोशी के इस पत्र पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे ‘हास्यास्पद और शरारतपूर्ण’ बताया और कहा कि राहुल गांधी के बयानों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है। गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी ने अमेरिका में सिख समाज और दलित वर्ग के बारे में जो कहा, उसमें कुछ भी ऐसा नहीं था जिसे देश विरोधी माना जाए। उन्होंने भाजपा पर राहुल गांधी को बदनाम करने का आरोप लगाया।
भाजपा पर राहुल गांधी को बदनाम करने का आरोप
अशोक गहलोत ने कहा कि भाजपा राहुल गांधी को बदनाम करने की असफल कोशिश कर रही है। उन्होंने राहुल गांधी को देश के युवा, किसान, मजदूर, दलित और अल्पसंख्यक वर्ग की आवाज बताया और कहा कि उनका कर्तव्य है कि वे दुनिया के सामने इन वर्गों की भावनाओं को प्रस्तुत करें। गहलोत ने इस पूरे मुद्दे को एक शरारतपूर्ण षड्यंत्र बताया, जिसका मकसद सिर्फ राहुल गांधी की छवि को धूमिल करना है।
सीपी जोशी ने लगाए गंभीर आरोप
सीपी जोशी ने अपने पत्र में राहुल गांधी पर खालिस्तानी एजेंडे को बढ़ावा देने और देश के उद्योगपतियों के खिलाफ विदेश में बयानबाजी करने का आरोप लगाया है। जोशी ने कहा कि राहुल गांधी का विदेश में जाकर भारतीय कंपनियों और उद्योगपतियों के खिलाफ बोलना देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने की साजिश है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के इन बयानों से देश की छवि और आंतरिक स्थिरता पर असर पड़ सकता है।