जयपुर। जोधपुर ज़िले के भूँगरा गाँव गैस त्रासदी मामले में पीड़ितों को सरकार के बाद अब निजी तौर पर भी राहत मिलने लगी है। ख़ासतौर पर पूर्व सीएम वसुन्धरा राजे के पीड़ित परिवारों को गोद लेने के की दिशा में काम शुरू हो गया है। वसुंधरा राजे की टीम ने रहने के लिए बड़े आवासीय कंटेनर उपलब्ध करवा दिए हैं जिसमें बेड कुर्सियों के अलावा बाथरूम भी अटैच है। भोजन सामग्री के पैकेट भी वितरित किए जा रहे हैं। वसुंधरा राजे की टीम सर्वे के ज़रिए ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि लोगों को किस तरह की मदद चाहिए।
गौरतलब है कि 3 दिन पहले राजे भूँगरा गाँव पहुँची तो वहाँ गैस त्रासदी में हुई बर्बादी का दृश्य देख कर बेहद आहत थी। सहयोग में जुटे कार्यकर्ताओं से बातचीत कर उन्होंने कहा था कि यह पीड़ितों को गले लगाने को समय है।अपनों को खोने का जो दर्द जो इन्हें मिला है,उसे कम करने की जरूरत है। इनका हाथ पकड़ कर इनका सहारा बनने की जरूरत है।इनके लिए इंतज़ाम में कोई कमी न रहनी चाहिए। इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी पीड़ित परिवारों से मुलाक़ात कर राहत पैकेज का ऐलान कर चुके हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जोधपुर के भूंगरा गैस सिलेण्डर दुर्घटना के पीड़ित परिवारों को लेकर मुख्यमंत्री सहायता कोष से पूर्व में घोषित 2 लाख रुपए की सहायता राशि को बढ़ाकर 5 लाख रुपए कर दिया था। सचिन पायलट ने भी पीड़ित परिवार से मिलकर राहत पैकेज में इज़ाफ़ा करने की माँग की थी। साथ ही सचिन पायलट ने परिवारों को सहायता राशि के चेक भी उपलब्ध कराए थे।
भूँगरा गाँव गैस त्रासदी मामला, वसुंधरा राजे के निर्देशों पर उनकी टीम जुटी लोगों की मदद में
भूँगरा गाँव गैस त्रासदी मामला, वसुंधरा राजे के निर्देशों पर उनकी टीम जुटी लोगों की मदद में