राजस्थान की सत्ता में वापसी की राह तलाश रही कांग्रेस पार्टी भी अब भारतीय जनता पार्टी की तर्ज पर ही चुनाव में पहली बार बूथ प्रबन्धन पर ध्यान दे रही है. पिछली बार की गई गलतियों से बचते हुए कांग्रेस ने हर मतदान केंद्र के लिए एक बूथ लेवल कमेटी बनाई है. कांग्रेस ने हर मतदान केंद्र पर एक बूथ लेवल एजेंट और उसका सहयोगी नियुक्त किया है और अपने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को अधिक से अधिक मतदाताओं को मतदान केंद्र तक लाने के लिए कहा है.
इसी के साथ कांग्रेस ने अपनी बूथ लेवल टीम को ईवीएम पर निगरानी रखने के भी ख़ास निर्देश दिए गए है. हाल ही में सम्पन्न हुए मध्य प्रदेश चुनाव से सबक लेकर कांग्रेस ने अपने बूथ एजेंट्स और टीम को ईवीएम मशीनों का ख़ास ध्यान रखने को कहा है. पार्टी ने चुनाव में किसी भी तरह की गड़बड़ से बचने के लिए अपने एजेंट्स को डमी वोटिंग के समय भी जांच करने के निर्देश दिए थे.
वोटिंग शुरू होने से पहले ही कई जगहों पर ख़राब हुई ईवीएम मशीनें
कांग्रेस ने भाजपा के बूथ मैनेजमेंट के जवाब में यह रणनीति अपनाई है. कांग्रेस द्वारा समय समय पर ईवीएम मशीनों के साथ छेड़छाड़ का मुद्दा उठाया गया है. कई राज्यों में चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस ने काफी समय पहले ही इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी थी.
बता दें कि राज्य की 200 में से 199 विधानसभा सीटों पर मतदान आज सुबह 8 बजे शुरू हो चुका है जो कि शाम 5 बजे तक चलेगा और इस चुनाव के परिणाम 11 दिसम्बर को घोषित किये जायेंगे.