राजस्थान के राजभवन में संविधान उद्यान का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया। इस अवसर पर संविधान उद्यान, मयूर स्तंभ और राष्ट्रीय ध्वज पोस्ट का उद्घाटन किया। साथ ही महात्मा गांधी और महाराणा प्रताप की प्रतिमा का अनावरण किया। राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने जयपुर दौरे के दौरान वर्चुअल रूप से राजस्थान में सौर ऊर्जा क्षेत्रों के लिए ट्रांसमिशन प्रणाली का भी उद्घाटन किया। इस अवसर पर एसजेवीएन लिमिटेड की 1000 मेगावाट की बीकानेर सौर ऊर्जा परियोजना की आधारशिला रखी गई। कार्यक्रम में राज्यपाल कलराज मिश्र और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अलावा ब्यूरोक्रेसी के तमाम बड़े चेहरे मौजूद रहे।
लोकतंत्र का आधार संविधान
संविधान उद्यान का उद्घाटन करते हुए राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने कहा कि हमारा लोकतंत्र जीवंत और विश्व में सबसे बड़ा है। इस महान लोकतंत्र का आधार संविधान है। इस कार्यक्रम में भाग लेकर संविधान निर्माताओं के प्रति सम्मान और आदर प्रकट करने का अवसर मिला। कार्यक्रम के दौरान भारत के संविधान निर्माताओं को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने श्रद्धांजलि अर्पित की। संविधान उद्यान में प्रदर्शित संविधान निर्माण की 3 वर्षों की ऐतिहासिक यात्रा का कलात्मक वर्णन करने के लिए कलाकारों की सराहना की। उन्होंने कहा कि हमारे आधुनिक इतिहास का एक प्रमुख अध्याय संविधान उद्यान में सुरुचिपूर्ण चित्रों, मूर्तियों तथा कला रूपों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है।
संवेदनशीलता के साथ दर्शाएं चित्र
राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने कहा कि संविधान निर्माताओं ने समाज के प्रत्येक वर्ग के प्रति संवेदनशीलता लोकतंत्र के प्रत्येक स्तर और प्रशासन के प्रत्येक पहलू के प्रति जागरूकता के कारण एक व्यापक संविधान निर्माण किया है। हमारे दूरदर्शी संविधान निर्माताओं के पास भविष्य की पीढ़ियों को उनकी आवश्यकता के अनुसार प्रणाली बनाने में विचारों की स्पष्टता रही है। इसी कारण संविधान संशोधन के प्रावधानों को भी संविधान में शामिल किया गया है। अब तक कुल 105 संशोधन किए गए हैं इस तरह हमारा संविधान एक जीवंत दस्तावेज समय के साथ लोगों की बदलती आशा और आकांक्षाओं को अपनाने तथा शामिल करने के पूरी तरह सक्षम है।
संविधान उद्यान के निर्माण का मुख्य उद्देश्य संविधान के आदर्शों के प्रति जागरूकता बनाए रखना है। राजस्थान सरकार और राजस्थानियों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि संवैधानिक आदर्शों पर चलते हुए प्रगति के नए कीर्तिमान स्थापित होंगे। यह उद्यान यहां आने वाले लोगों को देश के प्रति समर्पित भाव से काम करने के लिए प्रेरित करेगा।