चौक टीम जयपुर। राजस्थान में कांग्रेस की परेशानी दिनों दिन बढ़ती ही जा रही है। पिछले 7 दिनों से जयपुर नगर निगम हेरिटेज में जारी धरना खत्म होने के बाद अब मेयर मुनेश गुर्जर ने मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। गुर्जर ने एक ऑडियो जारी कर मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास और पार्षद दशरथ सिंह पर मुनेश द्वारा गोद ली गई बच्ची के पिता पर दबाव बनाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा- अगर आपको मुझसे कोई लड़ाई लड़नी है। आमने-सामने आकर मुझसे लड़ाई लड़े। उस बच्ची को बक्श दीजिए। उस बच्ची की हालत काफी खराब है।
राजनीति के लिए दलित समाज का इस्तेमाल कर रहे
मेयर ने रोते हुए कहा- सिर्फ अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए मंत्री और पार्षद दलित बच्ची के पिता को डराकर और प्रलोभन देकर मेरे खिलाफ एससी एसटी के बयान दिलवाना चाहते हैं। इनकी ये साजिश पहले ही फेल होगई। ऐसे में अब इस पूरे मामले की में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा से शिकायत करूंगी।
मेयर मुनेश गुर्जर ने कहा- मैंने जिस बच्ची को गोद लिया उसका नाम इशिता है। वह दलित समाज से आती है। लेकिन मंत्री और पार्षद अब उसके परिवार पर दबाव डाल रहे हैं। उन्हें कई तरह के प्रलोभन भी दिए जा रहे हैं। कोई इतना नीचे कैसे गिर सकता है। उस बच्ची के पिता को फोन कर दबाव में लिया जा रहा है। जबकि उस बच्ची की स्थिति काफी खराब है। फिलहाल वह बच्ची बेड रेस्ट पर है। लेकिन कुछ लोग दलित समाज को इस्तेमाल कर अपनी राजनीतिक रोटियां सेकना चाहते हैं। जो पूरी तरह गलत है।
मंत्री और पार्षद के कॉल डिटेल्स की जांच हो
गुर्जर ने कहा- अगर किसी मंत्री या पार्षद को दलित समाज या किसी बच्ची की मदद करनी है। तो मेरे वार्ड में काफी दलित बच्चे हैं। जिन्हें मदद की जरूरत है। आप उन्हें गोद ले सकते हैं। इसलिए इस तरह की ओछी राजनीति ना करें। आज उसके पापा-मम्मी बच्ची की सेवा में जुटे हुए हैं। तब मंत्री और पार्षद उन पर दबाव बना रहे हैं। उन्हें प्रलोभन देकर मेरे खिलाफ भड़काने की साजिश रच रहे हैं। ऐसे में मैं चाहती हूं कि जिस मंत्री और पार्षद का नाम ऑडियो में आ रहा है। के ऑडियो और कॉल डिटेल की जांच होनी चाहिए।
CM और प्रभारी तक शिकायत पहुंचाऊंगी
उन्होंने कहा- मैं मंत्री और पार्षद से भी कहना चाहती हूं कि अगर आपको मुझसे कोई लड़ाई लड़नी है। आमने-सामने आकर मुझसे लड़ाई लड़े। उस बच्ची को बक्श दीजिए। उस बच्ची की हालत काफी खराब है। जिसे देख रोना आ जाता है। मुझे लगता है कुछ लोग सिर्फ दलितों को माध्यम बनाकर राजनीति करने में जुटे हुए हैं। इसलिए मैं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा जी से इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करती हूं। क्योंकि आज तो सिर्फ इशिता के साथ ऐसा हो रहा है। भविष्य में न जाने कितनी दलित बच्चियों का राजनीतिक इस्तेमाल किया जाएगा।