चौक टीम, जयपुर। सचिन पायलट के पिता राजेश पायलट पर बीजेपी की टिप्पणी के बाद अब सियासी पारा बढ़ गया है. बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय के मिजोरम की राजधानी आइजॉल पर 1966 में हुई बमबारी में राजेश पायलट के शामिल होने का दावा किया था.
इस पर सचिन पायलट ने पलटवार करते हुए कहा था कि बीजेपी के पास गलत तारीखें और तथ्य हैं. उनके दिवंगत पिता राजेश पायलट ने ऐसा नहीं किया था. वहीं, अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी पायलट के समर्थन में उतर आये हैं.
गहलोत ने बीजेपी पर किया पलटवार
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक्स अकाउंट पर पोस्ट लिख कर बीजेपी पर निशाना साधा है. CM गहलोत ने पोस्ट में लिखा कि ‘कांग्रेस नेता श्री राजेश पायलट भारतीय वायुसेना के वीर पायलट थे. उनका अपमान करके भाजपा भारतीय वायुसेना के बलिदान का अपमान कर रही है. इसकी पूरे देश को निंदा करनी चाहिए.
पायलट ने मालवीय को दिया करारा जवाब
इससे पहले अमित मालवीय के ही पोस्ट पर पलटवार करते हुए सचिन पायलट ने एक्स पर लिखा था कि आपके पास गलत तारीखें, गलत तथ्य हैं. पायलट ने कहा कि हां ये सच है कि भारतीय वायुसेना के पायलट के रूप में मेरे दिवंगत पिता ने बम गिराए थे, लेकिन उन्होंने 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान पर हमला किया था, न कि 5 मार्च 1966 को मिजोरम पर जैसा कि आप दावा कर रहे हैं. उन्हें 29 अक्टूबर 1966 को भारतीय वायुसेना में नियुक्त किया गया था.
पायलट को लेकर मालवीय ने गहलोत पर वापस हमला बोला
अमित मालवीय ने एक्स पर वापस पोस्ट करते हुए पायलट को लेकर सीएम गहलोत पर निशाना साधा. मालवीय ने लिखा- चलिए, आपको राजेश पायलट जी के सम्मान की चिंता तो हुई, लेकिन आप सच में उनके प्रति श्रद्धा का भाव रखते तो उनके बेटे सचिन पायलट को अपने मंत्रिमंडल से बेइज्जत करके बर्खास्त नहीं करते.
मालवीय ने आगे लिखा कि सार्वजनिक रूप से उनके लिए अमर्यादित निकम्मा, नकारा, कोरोना, गद्दार जैसे शब्दों का भी इस्तेमाल नहीं करते. हर बार जब आपने सचिन पायलट का अपमान किया, तब-तब क्या आपको राजेश पायलट जी के सम्मान की चिंता नहीं हुई?