मंत्रालयिक कर्मचारियों ने 51 दिन से मानसरोवर में महापड़ाव डाल रखा है। तीन दिन से महासंघ के अध्यक्ष राजसिंह चौधरी के नेतृत्व में 15 कर्मचारी अनशन पर बैठे हुए हैं। इसमें से तीन कर्मचारियों की मंगलवार को तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद उनको पुलिस ने जयपुरिया अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां से उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद पुनः महापड़ाव स्थल पर लाया गया। प्रदेशाध्यक्ष चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री दौरों में विभिन्न सभाओं में कह रहे हैं कि मंत्रालयिक कर्मचारियों की मांगों पर जयपुर पहुंच कर जल्द फैसला कर दूंगा, लेकिन 51 दिन महापड़ाव एवं 58 दिन हड़ताल को हो गए हैं। इसके बावजूद भी कोई निर्णय नहीं हुआ है। मंत्रालयिक कर्मचारी महापड़ाव डाल कर अपने हक की लड़ाई लड़ रहे है।
जिलाध्यक्ष हनुमान प्रसाद शर्मा
आज भी मंत्रालयिक कर्मचारी महापड़ाव डाल कर अपने हक की लड़ाई लड़ रहा है। जिलाध्यक्ष हनुमान प्रसाद शर्मा ने बताया कि जिले के शिक्षा, राजस्व, उद्योग, अभियोजन, जलदाय, कृषि, पंचायतीराज, सहकारिता, महिला एव बाल विकास, आयुर्वेद, सिंचाई आदि विभागों के हजारों मंत्रालयिक कर्मचारी जयपुर शिप्रापथ में चल रहे महापड़ाव में शामिल हैं। सभा को राजस्व विभाग के जिलाध्यक्ष सियाराम शर्मा, ब्लॉक अध्यक्ष मनोज शर्मा, जगदीश सिंधी, गिरधारी सोनी, परवेज, दिवाकर गौत्तम, अखिल यादव, पीयूष वर्मा ने भी संबोधित किया। प्रदेश महामंत्री वीरेंद्र दाधीच ने कहा कि जब तक मांगों के आदेश नहीं होंगे, तब तक महापड़ाव जारी रहेगा।