आखर में इस बार मीठा खान से संवाद किया जाएगा। राजस्थानी भाषा में छंद, दोहे, गीत और गजल लिखने वाले खान नव घोषित सांचौर जिले के डभाल गांव निवासी है। प्राथमिक शिक्षा तक शिक्षित और ग्रामीण परिवेश एवं अभावग्रस्त जीवन जीने के बावजूद मीठा खान साहित्य रचना में रूचि रखते है। पारम्परिक मिरासी परिवार से होने के कारण खान की गायन में भी रूचि है। रविवार 21 मई को होने वाले आखर कार्यक्रम में खान से संवाद प्रवीण मकवाणा करेंगे। मकवाणा साहित्य के शोधार्थी है।
वर्ष 2016 में क्षेत्रीय भाषाओं को प्रोत्साहित करने के लिए प्रभा खेतान फाउंडेशन और ग्रासरूट मीडिया फाउंडेशन की ओर से आखर की शुरूआत की गई थी। इसके अंतर्गत राजस्थानी भाषा सहित देश की 9 क्षेत्रीय भाषाओं में स्थानीय साहित्यकारों से संवाद किया जाता है।