जयपुर। पेपर लीक में छोटे दलालों की जगह उनके सरगनाओं को पकड़ने के सचिन पायलट के बयान पर अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जवाब दिया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि पेपर लीक मामले में हमारी सरकार ने ठोस कार्रवाई की है। पेपर लीक मामले में कोई नेता और अफसर शामिल नहीं है। जिन पर कार्रवाई की गई है वह सरगना ही है। नेता लोग नाम बता दें हम उन पर भी कार्रवाई करेंगे।
पेपर लीक में मकान तक गिराए
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि हमने पेपर लीक मामले में तह तक कार्रवाई की है। जो भी पेपर लीक में लिप्त है उनको किसी को नहीं छोड़ेंगे। मुख्यमंत्री गहलोत ने यह बात ओटीएस में चल रहे सरकार के दो दिवसीय चिंतन शिविर के दूसरे दिन मीडिया से बातचीत में कही। इसके साथ ही मुख्यमंत्री गहलोत ने दूसरे राज्यों को लेकर भी कहा कि आज यूपी, एमपी के हालात आप देख सकते हैं। हमारे सरकार ने तत्काल कार्रवाई की। हमने पेपर लीक में शामिल कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया। इसके साथ ही उनके सरगनाओं के ऊपर बुलडोजर से कार्रवाई की। यूपी, एमपी में एक भी नकल के मामले में किसी पर कार्रवाई नहीं हुई।
अभ्यर्थियों के लिए सारी व्यवस्थाएं की
सरकार की ओर से अभ्यर्थियों के लिए बसों में निशुल्क यात्रा की व्यवस्थाएं की। कलेक्टरों की ओर से अभ्यर्थियों के लिए रूकने और भोजन की व्यवस्थाएं की। इसके बाद पेपर लीक हो गया। हम किसी को छोड़ नहीं रहे। हमने तत्काल ऐसे लोगों पर कार्रवाई की। पेपर लीक में कोई हो हम किसी को नहीं बख्शेंगे। हमारी सरकार ने तीन लाख से ज्यादा युवाओं को नौकरियां दी है। विपक्ष बेवजह मामले को तूल दे रहा है। जानबूझकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नेताओं के नाम लिए जा रहे हैं। ये युवाओं के गुमराह कर रहे हैं।
ये बोला सचिन पायलट ने
सचिन पायलट ने परबतसर ने किसान सम्मेलन में संबोधित करते हुए पेपर लीक मामले में कहा था कि हमारे प्रदेश में कभी पेपर लीक हो गए। कभी परीक्षा कैंसिल हो गई इससे मन आहत होता है। मैं उम्मीद करता हूं जो यह छोटी मोटी दलाली करते हैं इनकी जगह इनके सरगनाओं को पकड़ना चाहिए। क्योंकि देश का नौजवान सही रास्ते पर नहीं चलेगा तो उसकी मेहनत का फल नहीं मिलेगा।