अजमेर के एक होटल में आईएएस-आईपीएस मारपीट प्रकरण को लेकर नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर मांग की है। कि इस पूरे मामले की स्वतंत्र एजेंसी से जांच करवाई जाए। ऐसा होने से ही पीड़ितों को सही न्याय मिलने की उम्मीद है। राठौड़ ने पत्र में लिखा है कि प्रदेश में शासन व्यवस्था समाप्त हो गई है।
राठौड़ ने लिखा- सरकार की मिलीभगत से हुआ
अजमेर की घटना में आईएएस-आईपीएस ने अपने मातहतों के साथ होटल के कर्मचारियों के साथ जिस तरह से मारपीट की गई। उससे लग रहा है कि कोई संगठित गिरोह ने हमला किया है। इस स्तर के अधिकारियों का यह कृत्य यह दर्शा रहा है कि ये अपने आपको कानून से भी समझने लगे हैं। इन अफसरों की करतूत सीसीटीवी कैमरे में कैद हो जाने के बाद भी पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया। ऐसा प्रतीत होता है कि सरकार की मिलीभगत की वजह से ही हुआ है। घटना के बाद आईपीएस अधिकारी जाकर पुलिस महानिदेशक से मिलते हैं और डीजीपी कुछ नहीं पूछते। यह भी अपने आप में एक गैर जिम्मेदाराना मामला है।