चौक टीम,जयपुर। राजस्थान में चुनावी साल शुरू होने के साथ ही कांग्रेस की परेशानी लगातार बढ़ रही है. जयपुर नगर निगम हेरिटेज में पिछले 7 दिनों से अतिरिक्त आयुक्त राजेंद्र वर्मा के निलंबन की मांग को लेकर महापौर मुनेश गुर्जर पार्षदों के दल के साथ धरना दे रही है। लकिन अब विधायकों की अलग-अलग राय सामने आई है। जिसके बाद महापौर मुनेश गुर्जर पार्षदों के दल के साथ राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा से मिलने पहुंची है।
इसके बाद मंत्री महेश जोशी, मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, विधायक अमीन कागजी और रफीक खान पीसीसी वॉर रुम में प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा से मिलने पहुंचे थे। जहां विधायकों से लगभग 30 मिनट की मुलाकात के बाद प्रभारी ने धरना दे रही महापौर और पार्षदों को बुलाया है।
धरना देने वाले हमरे परिवार के लोग है-खाचरियावास
वहीं प्रभारी सुखजिन्दर सिंह रंधावा से मिलने के बाद मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि नगर निगम की समस्या को कैसे दूर करना है। उसको लेकर आज हम सब बैठे हैं। जो भी समस्या है। उसको दूर करना हमारी जिम्मेदारी है। हम सबने एक प्लान बनाया है, धारीवाल जी से मिलकर पॉलिसी तय करेंगे। जो धरना चल रहा वह हमारा परिवार के ही लोग है। ऐसे में हम इस समस्या का जल्द ही समाधान करेंगे।
हालांकि इस दौरान खाचरियावास ने धरना दे रहे पार्षदों के विपरीत राजेंद्र वर्मा के समर्थन में बयान दिया। उन्होंने कहा कि पार्षदों को लेकर किसी अधिकारी का कोई वीडियो सामने नहीं आया। दलित के सम्मान के लिए हम खड़े है। हमने उनको आश्वासन भरोसा दिया है। हमारी जान हाजिर है, हमारा एक परिवार है। निगम में अधिकारी के खिलाफ कोई वीडियो नहीं है।
वहीं खाचरियावास ने कहा कि धरना हुआ है। लेकिन इसको लेकर मेरे से कोई इजाजत नहीं ली गई। ना ही इस मुद्दे पर मेरे से कोई भी पार्षद मिला है। जो पार्षद धरने पर बैठे हैं। उनकी संख्या ज्यादा नहीं है। ऐसे में हम चारों विधायकों की मीटिंग बुलाएंगे। इसके बाद भी अगर जरूरत होगी। तो पार्षद दल की मीटिंग होगी। वहीं मंत्री महेश जोशी ने कहा कि प्रभारी जी ने बुलाया है। इसलिए हम सब यहां पहुंचे है। उनका जो भी आदेश होगा। वह पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं और नेताओं को मंजूर होगा।