भरतपुर। राजस्थान में किसानों की ऋण माफ़ी को लेकर भाजपा की आक्रामक बयानों के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर ये साफ़ किया है कि राजस्थान में उनकी सरकार ने 22 लाख किसानों की ऋण माफ़ किए हैं। गहलोत ने शुक्रवार को भरतपुर के एमएसजे कॉलेज ग्राउंड में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चौधरी चरणसिंह जी की 120वीं जयंती समारोह में संबोधित में कहा कि किसान ऊर्जा मित्र योजना से प्रतिमाह 1 हजार रूपए का अनुदान दिया जा रहा है जिससे 8 लाख किसानों का बिजली बिल शून्य हो गया है। गहलोत ने कहा कि किसानों के बिजली कनेक्शन के लंबित मामलों का भी जल्द निस्तारण किया जाएगा। किसानों को सिंचाई के लिए बिजली दिन में उपलब्ध कराई जा रही है। किसानों को अब नई तकनीक से उन्नत कृषि करने के लिए सभी उपकरणों पर अनुदान दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चौधरी चरणसिंह क्रांतिकारी विचारों के धनी थे। उनका पूरा जीवन संघर्षपूर्ण रहा लेकिन फिर भी चौधरी जी ने हार नहीं मानी। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चौधरी ने आजादी की जंग में भी अपनी सक्रिय भूमिका निभाई। आजादी के बाद भी वे किसानों तथा गरीबों के अधिकारों के लिए लड़ते रहे । मुख्यमंत्री ने भरतपुर क्षेत्र के 693.91 करोड़ रूपए के विकास कार्यों के शिलान्यास और लोकार्पण भी किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने महाराजा सूरजमल की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में राजस्थान अग्रणी
गहलोत ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं से राजस्थान पूरे देश में अग्रणी राज्य है। मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के माध्यम से आमजन की जेब पर आने वाला भार कम हुआ है। इस योजना के तहत प्रदेशवासियों के लिए 10 लाख रूपए तक का इलाज निःशुल्क कर दिया गया है। लीवर ट्रांसप्लांट, किडनी ट्रांसप्लांट, कोक्लियर इम्प्लांट जैसे जटिल उपचारों में 10 लाख की सीमा समाप्त कर दी गई है। आमजन के लिए सभी प्रकार की दवाइयां और महंगी जांचें निःशुल्क कर दी गई हैं। साथ ही, प्रदेशवासियों को 5 लाख रूपए का दुर्घटना बीमा भी दिया जा रहा है।
शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति कर रहा प्रदेश
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में राज्य निरन्तर प्रगति कर रहा है। महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में विद्यार्थियों को अंग्रेजी माध्यम में निःशुल्क गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल रही है। राज्य में 211 महाविद्यालय खोले गए हैं, जिनमें 94 बालिका महाविद्यालय हैं। उच्च माध्यमिक विद्यालयों में बालिकाओं का नामांकन 500 से अधिक होने पर महाविद्यालय में क्रमोन्नत करने का प्रावधान किया गया है। अनुप्रति कोचिंग योजना में हजारों आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि के विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निःशुल्क कोचिंग दी जा रही है। राजीव गांधी स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस के तहत प्रतिवर्ष 200 मेधावी विद्यार्थियों को विदेश में निःशुल्क पढ़ाई का प्रावधान राज्य सरकार किया गया है।