राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार चिंतन कर रही है। चिंतन राजस्थान में कांग्रेस की सरकार को रिपीट करवाने पर है। 2 दिन जयपुर के हरिश्चंद्र माथुर लोक प्रशिक्षण संस्थान में चिंतन शिविर शुरू हुआ है। चिंतन शिविर के पहले दिन मंत्रियों ने अपने कामकाज का ब्यौरा रखा। साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अगुवाई में कैसे कांग्रेस शासन में रिपीट करें उसका प्लान भी समझाया गया।
मंत्रियो ने दिया प्रजेंटेशन
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में सभी विभागों के मंत्रियों की अहम बैठक हुई। ओटीएस सभागार में चिंतन शिविर में विभाग वार मंत्रियों ने सरकार की अहम घोषणाओं पर आम राय रखी। सभी विभागों के मंत्रियों ने अपने-अपने विभाग के 4 साल के कार्यों, जन घोषणा पत्र के तहत किए गए कार्यों, बजट घोषणाओं सरकार के अभियानों और नवाचारों की क्रियान्विति सहित विभिन्न कार्यों की प्रगति रिपोर्ट पेश की। विभिन्न क्षेत्रों में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार के नेतृत्व में हुए कामकाज के साथ रिपीट के प्लान पर भी मंथन किया जा रहा है।
पहले दिन चिरंजीवी पर फोकस
राजस्थान सरकार के चिंतन शिविर के पहले दिन प्लान चिरंजीवी छाया रहा। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा, शिक्षा मंत्री डॉ बी डी कल्ला, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह यादव और तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री डॉ सुभाष गर्ग ने अपने-अपने विभागों का प्रजेंटेशन दिया। दूसरे सत्र में कृषि मंत्री लालचंद कटारिया, सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना, कृषि विपणन राज्य मंत्री मुरारी लाल मीणा, गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया, ऊर्जा राज्य मंत्री भंवर सिंह भाटी, सार्वजनिक निर्माण मंत्री भजन लाल जाटव, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ महेश जोशी और जल संसाधन मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने अपने विभागों की प्रगति रिपोर्ट को सामने रखा। सभी मंत्रियों ने अपनी प्रेजेंटेशन में बताया कि 4 साल में उनके विभाग में कितने जन घोषणाओं से जुड़े वादे पूरे हुए और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से राजस्थान विधानसभा में पेश किए गए बजट की योजनाओं को आगे बढ़ाया।
मंगलवार का दिन यूडीएच और ग्रामीण विकास के नाम
मंगलवार को सरकार के अहम विभाग यूडीएच के मंत्री शांति धारीवाल, ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री रमेश मीणा, गृह राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह यादव, परिवहन एवं सड़क सुरक्षा राज्यमंत्री बृजेंद्र सिंह ओला प्रेजेंटेशन देंगे। दूसरे सत्र में युवा मामले एवं खेल राज्यमंत्री अशोक चांदना, राजस्व मंत्री रामलाल जाट, वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री हेमाराम चौधरी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली, महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश, अल्पसंख्यक मामलात मंत्री शाले मोहम्मद और जनजाति क्षेत्रीय विकास राज्य मंत्री अर्जुन सिंह बामनिया विभागीय प्रगति की जानकारी देंगे। तीसरे सत्र में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, आपदा प्रबंधन एवं सहायता प्रशासनिक सुधार और समन्वय मंत्री गोविंद राम मेघवाल के अलावा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जाहिदा खान जन घोषणाओं की प्रगति पर अपनी रिपोर्ट साझा करेंगी।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में हो रहे चिंतन शिविर के बाद राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र पर शुरू होगा। इस बजट सत्र में राजस्थान का चुनावी बजट भी सामने आएगा। सरकार की कोशिश है कि जन घोषणा पत्र में दावे किए गए सभी वादे पूरे हो वहीं सरकार की बजट घोषणाओं को भी मंच मिले।