जयपुर। प्रदेश चिकित्सा एवं शिक्षा के क्षेत्र में अपनी विषिष्ट पहचान स्थापित कर रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व एवं बेहतर प्रबंधन से राजस्थान के 2 मेडिकल कॉलेज में 162 नवीन पीजी सीटों को केन्द्र की स्वीकृति मिल गई है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार की ओर से राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय पाली के लिए पीजी की 156 सीटें एवं जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अजमेर के लिए सुपर स्पेशलिटी की 6 अतिरिक्त सीटें स्वीकृत की गई हैं।
आधारभूत चिकित्सा सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए राज्य सरकार की ओर से प्रत्येक जिले में मेडिकल कॉलेज स्थापित किए जा रहे है। सरकार की ओर से राजमेस के तहत खोले गये मेडिकल कॉलेज के पूर्ण क्षमता एवं बेहतर तरीके से संचालन का ही परिणाम है कि राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय पाली के लिए भारत सरकार की ओर से 156 पीजी सीटों की स्वीकृति प्रदान की गयी है। प्रदेश में पहली बार राजमेस के तहत संचालित किसी भी कॉलेज में पीजी सीटों की स्वीकृति मिली है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि सरकार की ओर से प्रत्येक जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा के क्रम में अब तक 12 मेडिकल कॉलेज शुरू किए जा चुके हैं और 5 नये मेडिकल कॉलेज तैयार हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से शुरू किए गए मेडिकल कॉलेजों का संचालन पूर्ण क्षमता और बेहतर प्रबंधन के साथ किया जा रहा है। इसी का परिणाम है कि पीजी सीटों के प्रस्ताव को केन्द्र सरकार द्वारा तत्काल मंजूरी प्रदान कर दी गई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पीजी की सीटें बढ़ने से आमजन को विशेषज्ञ चिकित्सा सेवाओं का लाभ मिलेगा। इसके लिए राज्य एवं केन्द्र सरकार द्वारा 193 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि का प्रावधान किया गया है।
प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा षिक्षा विभाग टी. रविकांत ने बताया कि पाली मेडिकल कॉलेज में एनाटोमी, फिजियोलॉजी, बायो केमेस्ट्री, फोरेंसिक मेडिसिन, डरमेटोलॉजी, साइकेट्री, ऑफथैल्मोलॉजी, ईएनटी एवं रेस्पिरेटरी मेडिसिन की 5-5, माइक्रोबायोलॉजी, फार्माकोलॉजी, कम्युनिटी मेडिसिन तथा रेडियो डायग्नोसिस की 7-7, गायनेकोलॉजी, ऑर्थोपेडिक्स तथा पिडियाट्रिक्स की 9-9, पैथोलॉजी एवं एनेस्थीसिया की 11-11 तथा जनरल सर्जरी एवं जनरल मेडिसिन की 17-17 पीजी की सीटें स्वीकृत की गई हैं।