मध्य प्रदेश मंत्रालय में टूटी 13 साल पुरानी ‘वंदे मातरम’ गाने की परंपरा

मध्य प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के लिए साल 2019 की शुरुआत विवादित रही। दरअसल 1 जनवरी को सचिवालय में अधिकारियों ने राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ नहीं गाया। दरअसल पिछले 13 सालों से सरकारी अधिकारीयों द्वारा महीने के पहले दिन काम की शरुआत करने से पहले वंदे मातरम गाने की परंपरा रही है। यह परंपरा की शुरुआत पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुरू की थी।

इस परंपरा के टूटने के साथ ही नवगठित सरकार एक और विवाद में फंस गई है। राष्ट्रीय गीत गाने पर रोक लगाने के बाद विपक्षी पार्टी बीजेपी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि सरकार का यह कदम दुर्भाग्यपूर्ण” है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस परंपरा को फिर से शुरू करने की मांग की है और कहा है कि अगर सरकार ने इसे फिर से शुरू नहीं किया तो वे खुद वल्लभ भवन जाकर वनदे मातरम गाएंगे।

वहीं मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बीजेपी के इन आरोपों को नकारते हुए कहा है कि उन्होंने इस परंपरा को खत्म नहीं किया है। इस बारे में आदेश को अभी रोक कर रखा गया है और इसे नए तरीके से पेश किया जाएगा।

Leave a reply

Please enter your comment!
Please enter your name here

लेखक परिचय

Dr Sharad Purohit
Dr Sharad Purohithttps://x.com/DrSharadPurohit
शरद पुरोहित एक प्रतिष्ठित पत्रकार हैं, जिन्होंने मीडिया के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वह हिंदी समाचार चैनल 'Zee News', 'सहारा समय और 'ETV News राजस्थान' में भी वरिष्ठ संवाददाता के रूप में कार्यरत रहे हैं। जयपुर में रहते हुए शरद पुरोहित अपराध पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बनाई और उनकी रिपोर्टिंग ने अपराध जगत से जुड़े कई मामलों पर गहराई से प्रकाश डाला। वह डिजीटल मीडिया के क्षेत्र में भी कुशल माने जाते हैं। उन्होंने डिजिटल मीडिया में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हुए देश का पहला हिंदी ओटीटी न्यूज़ प्लेटफार्म 'The Chowk' की शुरुआत की, जिसमें वह सीईओ की भूमिका निभा रहे हैं। शरद पुरोहित का योगदान न केवल पारंपरिक पत्रकारिता में, बल्कि डिजीटल प्लेटफार्म पर भी अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है।
--advt--spot_img