राजस्थान में पेयजल कनेक्शन की संख्या में अब इजाफा है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार 5,207 जल कनेक्शन प्रतिदिन लग रहे है। बावजूद इसके गांव ढाणियों में पेयजल का संकट बना हुआ है। जलदाय विभाग से आंकडों के अनुसार जल जीवन मिशन में प्रतिदिन होने वाले जल कनेक्शनों की संख्या 8 जनवरी को 8153 तक पहुंच गई। 7 जनवरी को यह आंकडा 6 हजार था। जनवरी 2023 के पहले सप्ताह में औसत कनेक्शन 5207 प्रतिदिन की रफ्तार से हुए। इससे पहले दिसम्बर माह के आखिरी सप्ताह में भी जल कनेक्शनों की संख्या औसत लगभग 5 हजार प्रतिदिन रही।
करौली जिला पहले पायदान पर
राजस्थान में पेयजल कनेक्शन को लेकर करौली जिला पहले नंबर पर बना हुआ है। जनवरी महिने में करौली जिले 1,195 कनेक्शन प्रतिदिन लगे है। जयपुर में नए कनेक्शन जारी होने की औसत दर 694 कनेक्शन प्रतिदिन रही। भारी भरकम बजट चालू वित्त वर्ष में जेजेएम पर खर्च हो चुका है। अब तक 5,315 करोड़ रुपए इस मिशन में खर्च हुए है। बजट लैप्स होने के डर से जनवरी महिने में काम की रफ्तार बढ़ाई गई है। जनवरी महिने में अब तक 325 करोड़ रुपए की राशि इस प्रोजेक्ट में स्वीकृत हई है। दिसंबर महिने में 768 करोड 38 लाख रुपए की राशि प्रोजेक्ट के तहत खर्च हुई है।
पेयजल से जुड़े बकाया कामों में लानी होगी तेजी
अतिरिक्त मुख्य सचिव जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी डॉ. सुबोध अग्रवाल ने चालु वित्त वर्ष के अंतिम महिनों में काम की रफ्तार बढ़ाने के निर्देश दिए है। जल जीवन मिशन सहित विभाग की अन्य परियोजनाओं में तेजी लाने की तैयारी है। विभाग की कोशिश है कि औसत आगे भी बना रहे। विभाग अब 2,633 किलोमीटर की पुरानी और क्षतिग्रस्त पाइप लाइनें भी बदलने जा रहा है