बॉलीवुड एक्टर नसीरुद्दीन शाह हाल ही में देश के माहौल पर दिया गया बयान काफी तूल पकड़ता नजर आ रहा है। एक वीडियो में यूपी के बुलंदशहर में हुई हिंसा की ओर इशारा करते हुए नसीरुद्दीन ने कहा था कि देश के कई इलाकों में एक गाय की मौत को इंसान की मौत से ज्यादा अहमियत दी जाती है और उन्हें देश के इस माहौल में अपने बच्चों के लिए डर लगता है। इस बयान के सामने आते ही उन्हें आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।
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वहीं इसी बीच अपने इस बयान की वजह से हुए विरोध के चलते उनके अजमेर लिटरेचर फेस्टिवल से बाहर होने की भी खबर आ रही है। बता दें कि 5वां अजमेर लिटरेचर फेस्टिवल आज मूलचंद चौहान पटेल इनडोर स्टेडियम से शुरू हो चुका है जो कि 23 दिसंबर तक चलेगा। इस फेस्टिवल का उद्घाटन नसीरुद्दीन शाह के हाथों होना था लेकिन भारतीय जनता युवा मोर्चा ने कार्यक्रम में उनकी उपस्थिति का विरोध किया जिसके बाद आयोजकों ने नसीरुद्दीन को बाहर करने का फैसला किया।
देश के वर्तमान माहौल में अपने बच्चों के लिए डर लगता है – नसीरुद्दीन शाह
संगठन को जैसे ही नसीरुद्दीन के अजमेर आने की खबर लगी, उन्होंने उनका विरोध करना शुरू कर दिया। इस दौरान युवाओं ने अजमेर लिटरेचर फेस्टिवल के पोस्टर्स जलाये और कार्यक्रम में नसीरुद्दीन का जमकर विरोध किया। उनका कहना है कि नसीरुद्दीन का यह बयान देश को नीचे दिखाने वाला है और इस वजह से वे उन्हें कार्यक्रम में शिरकत नहीं करने देंगे। नसीरुद्दीन यहाँ अपनी पत्नी रत्ना पाठक के साथ आये हुए थे।
वहीं विरोध को लेकर नसीरुद्दीन ने कहा कि वीडियो में मैंने जो भी कहा, वह सब एक चिंतित भारतीय की तरह कहा। इन सबमें मैंने ऐसा क्या कह दिया कि मुझे एक गद्दार की तरह देखा जा रहा है। मैं सिर्फ उस देश के प्रति अपनी चिंता व्यक्त कर रहा था जिस से में प्यार करता हूँ। फिर यह गुनाह कैसे हो गया?