कोटा में फिर से आत्महत्या! NEET में असफल होने पर छात्रा ने नौंवी मंजिल से लगाई छलांग; इस साल 10वीं मौत

कोटा में आत्महत्या का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। नीट की तैयारी कर रही छात्रा यहां इमारत की पांचवीं मंजिल से कूदकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।

चौक टीम, जयपुर। राजस्थान के कोटा में आत्महत्या का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार देर शाम एक और नीट की तैयारी कर रही छात्रा यहां इमारत की पांचवीं मंजिल से कूदकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। मृतक छात्रा की पहचान बागिशा तिवारी के रूप में हुई है। वह मध्य प्रदेश के रीवा की रहने वाली थी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने बताया कि शव को मोर्चरी में रखवा दिया गया है। मामले में जांच की जा रही है।

पुलिस से मिली जानकारी में सामने आया कि छात्रा बागिशा तिवारी अपनी मां और भाई के साथ जवाहर नगर इलाके में फ्लैट में रह रही थी। छात्रा निजी कोचिंग संस्थान से पढ़ाई कर रही थी। छात्रा ने बिल्डिंग की बालकनी से नीचे कूद कर आत्महत्या कर ली। वहीं पुलिस आत्महत्या के कारणों की जानकारी जुटा रही है। पुलिस का कहना है कि फिलहाल कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।

छात्रा के पिता ने बताया कि उनकी बेटी का नीट एग्जाम में काम नंबर आया था। घटना वाले दिन भी छात्रा कोचिंग से पढ़कर आई और कुछ देर बाद डाउट काउंटर पर गई थी। वहां से आने के बाद छात्रा परेशान थी। जिसके बाद उसने बिल्डिंग की पांचवीं मंजिल से कूदकर जान दे दी। पिता का कहना है कि नीट में कम नंबर आने से वह काफी डिप्रेशन में आ गई थी। उसे परिजनों ने काफी समझाया भी था। लेकिन वह डिप्रेशन से बाहर नहीं आ सकी और मौत को गले लगा लिया।

जानकारी में सामने आया है कि छात्रा 3 साल पहले 11वीं की कक्षा से कोटा में पढ़ाई के लिए आई थी। पहले छात्रा हॉस्टल में रह रही थी लेकिन उसको खाने में काफी समस्या होने लगी और उसका पेट भी सही नहीं रहता था। इसलिए पिछले साल ही उसे रूम दिलाया था जिसमें उसके साथ उसका छोटा भाई रह रहा था और मां भी रहने के लिए आ गई थी। छात्रा का भाई भी कोटा में जेईई की तैयारी कर रहा है।

देशभर से मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिले की तैयारी के लिए छात्र-छात्राएं कोटा पहुंचते हैं। लेकिन यह शहर अक्सर सुसाइड की खबरों को लेकर सुर्खियों में रहता है। दरअसल, इस साल अबतक (1 जनवरी से 6 जून के बीच) 10 बच्चों ने यहां जान दे दी। इनमें एक बीटेक कर रहा छात्र भी शामिल है। ज्यादातर मामलों में आत्महत्या के पीछे मानसिक तनाव वजह सामने आया है। इन घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन द्वारा उठाए जा रहे कदम भी नाकाफी साबित हो रहे हैं।

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लेखक परिचय

Dr Sharad Purohit
Dr Sharad Purohithttps://x.com/DrSharadPurohit
शरद पुरोहित एक प्रतिष्ठित पत्रकार हैं, जिन्होंने मीडिया के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वह हिंदी समाचार चैनल 'Zee News', 'सहारा समय और 'ETV News राजस्थान' में भी वरिष्ठ संवाददाता के रूप में कार्यरत रहे हैं। जयपुर में रहते हुए शरद पुरोहित अपराध पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बनाई और उनकी रिपोर्टिंग ने अपराध जगत से जुड़े कई मामलों पर गहराई से प्रकाश डाला। वह डिजीटल मीडिया के क्षेत्र में भी कुशल माने जाते हैं। उन्होंने डिजिटल मीडिया में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हुए देश का पहला हिंदी ओटीटी न्यूज़ प्लेटफार्म 'The Chowk' की शुरुआत की, जिसमें वह सीईओ की भूमिका निभा रहे हैं। शरद पुरोहित का योगदान न केवल पारंपरिक पत्रकारिता में, बल्कि डिजीटल प्लेटफार्म पर भी अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है।
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