अभी चुनावी मौहोल में राजस्थान में देश के बड़े नेता अपनी पार्टी का प्रचार करने आये दिन आ रहे हैं। कांग्रेसी नेता अजय माकन ने भी उसी धारा में रास्थान का रुख किया। दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन ने आज जयपुर में प्रेस वार्ता को संबोधित किया। प्रेस वार्ता के समय उन्होंने मुख्य मुद्दों पर युवाओं को जानकारी दी और साथ ही बीजेपी पर सीधे तौर पर निशाना साधने से भी नहीं चूके।
माकन ने युवाओं को आंकड़ों के जरिये राजस्थान की वसुंधरा सरकार की नाकामियों को ज़ाहिर किया। माकन बीजेपी सरकार को घेरते हुए बोले कि बीजेपी अपने सारे वादों से मुकर गयी है और युवाओं को बेरोज़गारी से मुक्ति दिलाने वाला वादा तो भूल ही गयी है। भाजपा पर तंज कसते हुए माकन ने कहा कि महिला की सुरक्षा का दावा करने वाली सरकार अपने इस वादे को भी पूरा नहीं कर पाई है। राजस्थान में महिला सुरक्षा को ले कर पिछले 5 सालों में कोई ठोस कदम उठाये ही नहीं गये हैं।
माकन से जब टिकेट देने की प्रणाली और नीति पर बात पूछी गई तो वो एक अजीब बयान दे बैठे जिससे राजैनति स्तर पर राहुल गांधी की पार्टी में स्थिति पर सवाल उठ गए। माकन ने कहा कि पैराशूट उम्मीदवार उम्मीदवार को शामिल करने और नहीं करने का फैसला केंद्रीय कमेटी का ही होता है। राहुल गाँधी ने जो भी भाषणों में कहा या जो बयान दिया वो उनका अपना विचार था। कमेटी अपनी कार्यप्रणाली के अनुरूप ही काम करती है, जिसमें उनके स्थानीय लोकप्रियता और जीत की दावेदारी को देख कर ही टिकेट दी गयी है।
इस बयान से सीधे तौर पर माकन का कहना था की जो भी बयान राहुल सभाओं में दे रहे हैं उनका कोई आधार नहीं है। वो उनकी व्यक्तिगत विचार प्रणाली हो सकती है। कमेटी का उनके बयानों से कोई लेना देना नज़र नहीं आ रहा है। इस पर राहुल गाँधी के की स्थिति पर सवाल तो उठ ही रहे हैं साथ ही उनके बयानों की स्तरता को भी मापा जा रहा है।
माकन के बयान में ये भी शामिल था कि कांग्रेस के बीच जिस बगावत और टिकेट बांटने की धांधली जा जिक्र किया जा रहा है वो निराधार है। पार्टी में कोई बगावत का मौहोल नहीं है, पूरी पार्टी मिल कर काम कर रही है और जनता की मनसा भी साफ़ साफ़ कांग्रेस को जीतने की दिखाई दे रही है। अब राहुल गाँधी की अगली सभा या उनके बयानों पर कितना विश्वास किया जाये वो तो इनके बयानों से जनता निर्धारित कर लेगी पर शायद इस बयान के बाद माकन भी परेशानी में पड़ सकते हैं।