शरद पुरोहित, जयपुर। अजमेर में शुक्रवार से देश की पहली ई-क्रूज सेवा का उद्घाटन किया गया, जो पर्यटकों के लिए एक रोमांचक और इको-फ्रेंडली यात्रा का अनुभव लाएगी। आनासागर झील में शुरू हुई इस क्रूज सेवा का उद्घाटन जन प्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा किया गया। पर्यटकों के लिए यह सेवा एक विशेष तोहफा साबित होगी, जहां वे पर्यावरण के अनुकूल तरीके से झील का आनंद ले सकेंगे।
ई-क्रूज की विशेषताएँ और सुविधाएँ
क्रूज संचालक जेपी दाधीच ने बताया कि इस डबल डेकर ई-क्रूज में 150 लोग एक साथ बैठ सकते हैं। दोनों फ्लोर्स में बायो-टॉयलेट की सुविधा है। क्रूज की लंबाई 22 मीटर और चौड़ाई 8 मीटर है, और यह आनासागर झील का एक राउंड 45 मिनट में पूरा करेगा। इस दौरान म्यूजिक सिस्टम और रूफटॉप कैप्टन भी मौजूद रहेंगे, जिससे यात्रियों का अनुभव और भी शानदार होगा। साथ ही, रेस्क्यू बोट और तैराकों की भी व्यवस्था की गई है।
पर्यावरण के प्रति जागरूकता
यह ई-क्रूज पूरी तरह से बैटरी से संचालित होगा, जिससे पानी में रहने वाले जीव-जंतुओं और प्राकृतिक पर्यावरण पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा। भारत में पहली बार इस प्रकार का इको-फ्रेंडली क्रूज शुरू किया गया है, जो पर्यावरण को सुरक्षित रखते हुए पर्यटकों को एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करेगा।
किराया और बुकिंग सुविधा
ई-क्रूज की यात्रा का किराया प्रति व्यक्ति ₹350 तय किया गया है। इच्छुक पर्यटक ऑनलाइन बुकिंग के माध्यम से या आनासागर की पुरानी चौपाटी स्थित जे टी क्रूज ऑफिस से बुकिंग करा सकते हैं। पूरा क्रूज बुक करने पर किराए में रियायत भी दी जाएगी।
क्रूज निर्माण और लागत
बोट क्राफ्ट ईवी के प्रतिनिधि जॉन फर्नांडीज ने बताया कि इस ई-क्रूज को तैयार करने में लगभग दो साल का समय लगा, जिसमें 30 कर्मचारियों ने मेहनत की। इस क्रूज को बनाने की कुल लागत 5.3 करोड़ रुपये आई है। क्रूज में यात्रियों के लिए राजस्थानी भोजन और कैंटीन की सुविधाएँ भी उपलब्ध कराई जाएंगी, जिससे उनका सफर और भी आरामदायक हो सकेगा।