चुनावी पार्टी के दौरान हर कोई अपनी पार्टी को सपाॅर्ट करने और जनता को अपनी पार्टी को ही वोट देने के लिए रिझाते नजर आ रहे हैं। इनमें ना सिर्फ भाजपा सरकार के नेता ही शामिल है बल्कि कांगेस भी इस मामले में इस बार कांटे की टक्कर देती नजर आ रही है। हाल ही में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में चुनावी रैली में हिस्सा लिया। इस रैली के दौरान उन्होंने न सिर्फ कांग्रेस पर तीखें वार किए बल्कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी, राजस्थान की जनता को अपने सेनापति का नाम क्यों नहीं बता रहे है। आखिर उनके इस बात को नहीं बताने के पीछे क्या राज हो सकता है। ये किसी को भी नहीं पता।
चुनाव में जहां एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी है जिसमें देशभक्त हैं। तो दूसरी तरफ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी हैं, जिनकी पार्टी में न नेता हैं न ही नीयत। उन्होंने अपनी जीत को दावें के साथ कहा कि हम राजस्थान में भी जीत को कायम करने में कामयाब होगें। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश हम जीत चुके हैं, अब राजस्थान की बारी है।
राहुल गांधी के बारें में कहते हुए उन्होंने कहा कि राहुल बाबा को दिन में सपने आते हैं। जिन लोगों को सर्जिकल स्ट्राइक में भी राजनीति दिखाई पड़ती है और वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी देश में घुसे घुसपैठियों का समर्थन करती भी नजर आती है।
सभी चुनाव प्रचारक ने झोंकी अपनी पूरी ताकत
अमित शाह बोले कि राहुल गांधी को 2014 के बाद का चुनावी इतिहास नहीं पता है। आज कांग्रेस की स्थिति ऐसी हो गई है कि उसे दूरबीन लेकर ढूंढना पड़ता है। हमने उसे 40 पर समेट दिया है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में बीजेपी की सरकार अंगद का पैर है, इसे कोई नहीं हटा सकता है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भादसोड़ा में श्री सांवलिया सेठ जी के दर्शन कर पूजा-अर्चना की। इसके बाद देश-प्रदेश की समृद्धि की कामना की। ये अब उनकी आखरी सभा होगी। अमित शाह ने इस तरह सभी लोगों को अपनी मोदी सरकार को ही वोट देने और उन्हीं का समर्थन करने को कहा।