चौक टीम, जयपुर। राजस्थान के लोग भीषण गर्म से झुलस रहे है। आज 25 मई से सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश कर गया, जिसके साथ ही नौतपा का आगाज हो गया है। इस दौरान गर्मी प्रचंड रहेगी और पारा 48 डिग्री के भी पार जा सकता है। भीषण गर्मी की चपेट में आने से अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है। भीषण गर्मी के चलते लोग घरों से बाहर निकलने से कतराने लगे हैं और अब नौतपा में सूर्य और पृथ्वी के बीच की दूरी और कम हो जाएगी। इस कारण सूर्य देव की तपिश ज्यादा महसूस होगी।
इस भौगोलिक घटना को ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आगामी मानसून सीजन के नजरिए से भी देखा जाता है। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक 25 मई से नौतपा शुरू हो रहा है। सुबह 3:17 से सूर्य रोहिणी नक्षत्र में आएगा। जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में आता है, तब नौतपा शुरू होता है और नाम से ही स्पष्ट है 9 दिन तक सूर्य की तेज तपिश रहती है। इस बार 2 जून तक नौतपा रहेगा। इन 9 दिनों में सूर्य यदि तेज तपता है तो उस क्षेत्र में अच्छी वर्षा होती है और संवत भी अच्छा होता है।
राजस्थान में हीटवेव का असर तेज हो रहा है। राज्य में पारा 50 की ओर बढ़ रहा है। शुक्रवार को प्रदेश में सर्वाधिक तापमान फलोदी में 49 डिग्री रहा। यह तापमान शुक्रवार को देश में सबसे अधिक था। वहीं, 14 शहरों में दिन का तापमान 45 डिग्री से अधिक रहा। फलोदी के बाद बाड़मेर में 48.2 और जैसलमेर में 48.3 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। आकाशीय मंडल के प्रधान ग्रह सूर्यदेव शनिवार सुबह 3.17 बजे रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश कर गए। इसके साथ ही तेज गर्मी के लिए खास माने जाने वाले नौतपा की शुरुआत भी हो गई है।
सूर्यदेव की तपिश बीते कई साल के मुकाबले इस बार ज्यादा होगी। मौसम विभाग के अनुसार चार दिन और हीटवेव का असर रहेगा। 28 मई के बाद हीटववे का असर कम होगा। उधर, शुक्रवार को जयपुर का तापमान 42.8 डिग्री रहा। फलोदी में 19 मई 2016 को 51 डिग्री तापमान रेकॉर्ड किया गया था। शुक्रवार को हुए 49 डिग्री पारे ने पिछले 6 साल के रेकॉर्ड को तोड़ दिया है।
आपदा राहत मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के निर्देश के बाद विभाग ने एडवाइजरी जारी कर लोगों को हीटवेव से बचाव के उपायों के बारे में जानकारी दी गई है। इसके अलावा जिला कलक्टरों को विशेष सतर्कता बरतने के लिए कहा गया है। अस्पतालों में आवश्यक दवाई, कार्य स्थल पर छाया पानी, मुख्य ट्रैफिक सिग्नल व बस स्टैण्ड पर पीने के पानी की व्यवस्था के साथ ही ओआरएस पैकेट और छाया की व्यवस्था करने के लिए कहा गया है।