‘अशोक गहलोत को अपने अलावा सभी लोग नकारा-निकम्मे दिखते हैं..’, बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने ऐसा क्यों कहा? समझिए

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पिछले दिनों कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए लोगों को नकारा-निकम्मा कहा तो अब भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने उनके इस बयान पर पलटवार किया है।

चौक टीम, जयपुर। राजस्थान में भीषण गर्मी के बीच नेताओं की बयानबाजी से सियासी पारे में भी उबाल आ रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पिछले दिनों कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए लोगों को नकारा-निकम्मा कहा तो अब भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने उनके इस बयान पर पलटवार किया है। सीपी जोशी ने कहा क अशोक गहलोत को अपने अलावा बाकि सभी लोग नकारा-निकम्मे दिखते हैं। वो ही अपने आपको योग्य दिखाते हैं। उस योग्यता की दूसरी बार परख जालोर-सिरोही में 4 जून को हो जाएगी।

आपने पांच साल तक जनता का शोषण किया- सीपी जोशी

उन्होंने कहा कि कांग्रेस को बताना चाहिए कि उनकी कौनसी स्कीम थी और कौनसी बंद हो गई। आपने पांच साल तक राजस्थान में सत्ता का दोहन किया और जनता का शोषण किया। आपने वास्तव में राजस्थान की भलाई के लिए काम किया होता तो राजस्थान बिजली में आत्मनिर्भर होता। आपने वास्तव में जनता के भले के लिए सोचा होता तो ईआरसीपी धरातल पर होती। आपने जनता का भला सोचा होता तो यमुना जल समझौते पर दस्तखत करवा लिया होता। ईआरसीपी पर आपका मध्यप्रदेश के साथ समझौता नहीं है और आप कह रहे हो कि हमने ईआरसीपी सेंक्शन कर दी। किस तरह से पांच साल तक जनता को गुमराह किया। उसका परिणाम आज राजस्थान भुगत रहा है।

‘कुछ समय बाद राजस्थान बिजली के मामले में आत्मनिर्भर होगा’

हमारी सरकार आने के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में पहले 100 दिन में भारत सरकार के सहयोग से मध्यप्रदेश के साथ समझौता किया और योजना को आगे बढ़ाया। जिसकी कल्पना नहीं की जा रही थी। वह काम भी किया और यमुना जल समझौता किया। बिजली के मामले में जब भी कांग्रेस की सरकार आई। किस प्रकार से समझौता किया। हर महीने हम दूसरे राज्यों को बिजली दे रहे हैं। उन्होंने बिजली के क्या हालात कर दिए हैं। उसका कौन जिम्मेदार है। हम आज राजस्थान की जनता से वादा करते हैं कि सीएम ने जिस प्रकार से बिजली का समझौता किया है। आने वाले समय में राजस्थान बिजली के मामले में आत्मनिर्भर होगा।

सीपी जोशी ने डोटासरा पर भी साधा निशाना

उन्होंने कहा कि, डोटासरा को फिर से वह कार्यक्रम और मुख्यमंत्री का भाषण याद दिलाता हूं। इस तरह के रिएक्शन के बाद तो कोई शर्म से ही इस प्रकार की बात नहीं करता। जहां शिक्षकों के सम्मेलन में शिक्षक कुर्सी पर उछल-उछल कर कहें कि भ्रष्टाचार चरम पर है। बिना भ्रष्टाचार के कोई काम और ट्रांसफर नहीं हो रहे हैं। उस बयान को फिर से देखना चाहिए। उनको बोलने से पहले आकलन करना चाहिए।

सीपी जोशी न सवाल पूछते हुए कहा कि, आपकी सरकार में क्या हुआ। उनकी चिटफंड की सरकार थी। यह सरकार भय और भ्रष्टाचार मुक्त, अपराध मुक्त राजस्थान के उद्देश्य को ध्यान में रखकर काम कर रही है। इनको तकलीफ इस बात की है कि पेपर लीक करने वाले लोग कैसे जेल में हैं। इनको तकलीफ इस बात की है कि अपराध करने वाले लोग जेल में कैसे जा रहे हैं। इन्हें इस बात की तकलीफ है कि जिन माफियाओं को इन्होंने पनपाया है। उन पर प्रहार कैसे हो रहा है। इनको तकलीफ इस बात की हो रही है कि जल जीवन मिशन में जिस तरह भ्रष्टाचार हुआ है। उस पर प्रहार कैसे हो रहा है, इनकी छटपटाहट स्वाभाविक है।

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लेखक परिचय

Dr Sharad Purohit
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शरद पुरोहित एक प्रतिष्ठित पत्रकार हैं, जिन्होंने मीडिया के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वह हिंदी समाचार चैनल 'Zee News', 'सहारा समय और 'ETV News राजस्थान' में भी वरिष्ठ संवाददाता के रूप में कार्यरत रहे हैं। जयपुर में रहते हुए शरद पुरोहित अपराध पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बनाई और उनकी रिपोर्टिंग ने अपराध जगत से जुड़े कई मामलों पर गहराई से प्रकाश डाला। वह डिजीटल मीडिया के क्षेत्र में भी कुशल माने जाते हैं। उन्होंने डिजिटल मीडिया में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हुए देश का पहला हिंदी ओटीटी न्यूज़ प्लेटफार्म 'The Chowk' की शुरुआत की, जिसमें वह सीईओ की भूमिका निभा रहे हैं। शरद पुरोहित का योगदान न केवल पारंपरिक पत्रकारिता में, बल्कि डिजीटल प्लेटफार्म पर भी अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है।
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