राजस्थान में विधानसभा चुनाव के प्रचार का दौर बुधवार की शाम को थम गया। दोनों दिग्गज पार्टियों ने आचार संहिता लागू होने के अंतिम दिन बेहद जोर-शोर से जनता से समर्थन मांगने के लिए रैलियां और जनसभाएं की। बता दें कि विधानसभा चुनाव के लिए मतदान कल होने हैं। जिसका परिणाम 11 दिसंब को आएगा।
साल 2018 में इस बार किसकी बनेगी सरकार ये देखना वाकई दिलचस्प होगा। चुनावी रण में हर बार की तरह इस बार भी दिग्गज पार्टियों ने लोगों का समर्थन पाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया हैं। राज्य में सत्ता पाने के लिए दोनों पार्टियों ने कोई कसर नहीं छोड़ी हैं।
आचार संहिता लागू होने से पहले दोनों ही पार्टियों का आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी रहा। बीजेपी की तरफ से सबसे ज्यादा जोर जनसभाओं और रैलियों में अपने विकास कार्य गिनाने में रही। जानकारी के मुताबिक बीजेपी ने प्रचार के अंतिम दिन 222 सभाएं की।
वहीं कांग्रेस वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के स्टार प्रचारक अंतिम दिन जनता के बीच पहुंचे। जहां कांग्रेस की तरफ से भूपेन्द्र सिंह हुड्डा, कुमारी शैलजा ने चुनावी सभाओं में बीजेपी पर जमकर हमला बोला। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो सामने आ रहा था कि कांग्रेस प्रचार के अंतिम दिन 10,000 के करीब जनसभाएं और रैलियां की है।
प्रचार के अंतिम दिन दोनों ही पार्टियों के दिग्गज नेताओं ने प्रदेशभर में जमकर रैलियां और जनसभाएं की। बीजेपी की तरफ से कई केन्द्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री, अमित शाह, स्मृति ईरानी समेत कई स्टार प्रचारकों ने राज्यभर में जनता का समर्थन मांगा।