हंगामे के बीच शुरू हुई विधानसभा, कांग्रेस विधायकों ने सदन में ही गुजारी रात; चांदना बोले- मेरे खिलाफ साजिश हुई

आज बजट सत्र के आखिरी दिन विधानसभा की कार्रवाई हंगामे के साथ शुरू हुई। कल से धरने पर बैठे विपक्ष के हंगामे के बीच प्रश्नकाल शुरू हुआ।

चौक टीम, जयपुर। आज बजट सत्र के आखिरी दिन विधानसभा की कार्रवाई हंगामे के साथ शुरू हुई। कल से धरने पर बैठे विपक्ष के हंगामे के बीच प्रश्नकाल शुरू हुआ। विपक्ष ने निलंबित विधायक का इस्तीफा वापस लेने की मांग की है। राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र का आज अंतिम दिन है। सदन की कार्रवाई शुरू होने से पहले ही अंदेशा था कि आज सदन में जमकर हंगामा होने है। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने सदन में शांति बनाए रखने के प्रयास में कहा कि पहले निलंबित विधायक को सदन से बाहर भेजा जाए और प्रश्नकाल चलने दिया जाए, उसके बाद आगे की चर्चा की जाएगी।

उधर, कांग्रेस ने स्पष्ट किया है कि जब तक विधायक मुकेश भाकर का निलंबन रद्द नहीं किया जाता, तब तक वे सदन में धरना जारी रखेंगे। इस हंगामे के बीच विधानसभा का कामकाज प्रभावित हो रहा है और विपक्ष कानून मंत्री के इस्तीफे पर अड़ा हुआ है।

विधायकों ने सदन में ही गुजारी रात

बता दें विपक्ष के विधायकों ने सदन में ही रात गुजारी और रघुपति राघव राजा राम जैसे भजन गाए। अब निलंबन वापस होने और सरकार की ओर से जवाब देने की व्यवस्था आने तक धरना जारी रहेगा। कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर के निलंबन को लेकर सोमवार से धरने पर बैठे कांग्रेस विधायकों ने निलंबन रद्द करने की मांग की है।

अशोक चांदना ने दी ये सफाई

अशोक चांदना का वायरल वीडियो को लेकर कहा कि, विधानसभा में धरने के दौरान बिस्तर लगाए थे..विधायक सुशीला डूडी कुर्सी पर बैठी थी, इस दौरान एक विधायक ने कहा कि बहन जी आप घर चले जाए आप बुजुर्ग हैं…फिर एक विधायक ने कहा कि बहन जी थक गई तो कई महिला आपसे छोटी विधायक है जो आपके पैर दबा देगी…मैंने संस्कारों वाली बात कही थी…वायरल वीडियो को कांट छांट कर अर्थ का अनर्थ करने की भाजपा ने कोशिश की…मेरे पिता जी कहते थे गुर्जर से झगड़ा तीन पीढ़ी तक चलता है…आज मैंने सफाई इसलिए दी क्योंकि मैं एक जिम्मेदार नागरिक हूं और मामला महिलाओं से जोड़ा गया…मेरी छवि धूमिल करने वालों को उनकी गलती का एहसास जरूर करवाऊंगा।

ऐसे शुरू हुआ था हंगामा

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सदन में मुद्दा उठाया कि सीआरपीसी के तहत की गई सरकारी अधिवक्ताओं की नियुक्ति सही नहीं है। अब भारतीय न्याय संहिता के तहत नियुक्ति होनी चाहिए। इस मामले में सरकार से जवाब दिलवाने की मांग भी की। इस मुद्दे को लेकर प्रतिपक्ष के सदस्यों ने सोमवार को भोजनावकाश के बाद विधानसभा में नारेबाजी और हंगामा किया।

मार्शल-कांग्रेस विधायकों में हाथापाई

हंगामे के बीच स्पीकर प्रो. वासुदेव देवनानी ने कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर को अमर्यादित व्यवहार के आरोप में सदन से बजट सत्र की बाकि बैठकों के लिए निलंबित कर दिया। मार्शल जब मुकेश भाकर को बाहर निकालने आए तो कांग्रेस विधायकों और मार्शल के बीच हाथापाई हो गई। इसके बाद सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया।

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लेखक परिचय

Dr Sharad Purohit
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शरद पुरोहित एक प्रतिष्ठित पत्रकार हैं, जिन्होंने मीडिया के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वह हिंदी समाचार चैनल 'Zee News', 'सहारा समय और 'ETV News राजस्थान' में भी वरिष्ठ संवाददाता के रूप में कार्यरत रहे हैं। जयपुर में रहते हुए शरद पुरोहित अपराध पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बनाई और उनकी रिपोर्टिंग ने अपराध जगत से जुड़े कई मामलों पर गहराई से प्रकाश डाला। वह डिजीटल मीडिया के क्षेत्र में भी कुशल माने जाते हैं। उन्होंने डिजिटल मीडिया में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हुए देश का पहला हिंदी ओटीटी न्यूज़ प्लेटफार्म 'The Chowk' की शुरुआत की, जिसमें वह सीईओ की भूमिका निभा रहे हैं। शरद पुरोहित का योगदान न केवल पारंपरिक पत्रकारिता में, बल्कि डिजीटल प्लेटफार्म पर भी अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है।
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