चौक टीम, जयपुर। राजस्थान की राजनीति में ‘नाथी के बाड़े’ के बाद अब ‘मोदी के बाड़े’ की एंट्री हो गई है। पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार में मंत्री ममता भूपेश ने ‘मोदी के बाड़े’ का नारा कांग्रेस के एक व्यापक प्रदर्शन में दिया जो की राजधानी जयपुर कलेक्ट्रेट पर नीट परीक्षा 2024 के विरोध में बुलाया गया था। पूर्व मंत्री ममता भूपेश ने कहा ‘नीट का पेपर कहां मिलेगा, मोदी के बाड़े में।’
कांग्रेस राज में प्रचलित हुआ था नारा
दरअसल, राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार के दौरान विपक्ष में बैठी भाजपा ने इसी तर्ज पर नारे दिए थे और भाजपा ने कहा था की ”रीट का पेपर कहां मिलेगा ”नाथी तेरे बाड़े में”। इस नारे से भाजपा वर्तमान कांग्रेस सरकार में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा को घेरा करती थी। साथ ही नाथी का बाड़ा राजस्थान में एक प्रचलित लोकोक्ति भी है जिसे पाली जिले से जोड़कर देखा जाता है।
पीसीसी चीफ से जोड़कर दिया गया नारा
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा उस समय शिक्षा मंत्री थे जब यह नारा दिया गया। तब उनके घर कुछ शिक्षक ज्ञापन देने गए थे और उस वक्त डोटासरा ने शिक्षकों को स्कूल टाइम में पढ़ाना बीच में छोड़कर ज्ञापन देने आने पर फटकार लगाते हुए कहा था कि जब मन किया आ जाते हैं। नाथी का बाड़ा समझ रखा है क्या? इस पर खूब सियासी विवाद हुआ था। बाद में बीजेपी ने नाथी के बाड़े को नारा ही बना लिया।
नीट परीक्षा में धांधली को लेकर था कांग्रेस का प्रदर्शन
गौरतलब है कि नीट परीक्षा 2024 में धांधली का आरोप लगाते हुए कांग्रेस पार्टी पूरे देश में अलग-अलग जगह पर प्रदर्शन कर रही है। इसी कड़ी में राजस्थान कांग्रेस की ओर से राजधानी जयपुर कलेक्टरेट सर्किल पर व्यापक प्रदर्शन बुलाया गया था। इस प्रदर्शन में इस प्रदर्शन में पूर्व मंत्री, कई पूर्व विधायक, विधानसभा चुनाव के प्रत्याशी, लोकसभा चुनाव के प्रत्याशी और कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में एकत्रित हुए और नीट परीक्षा 2024 रद्द करने की मांग की।
वहीं, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बयान जारी कर कहा कि NEET पेपर लीक में नकल माफियाओं की सच्चाई देश के सामने आ चुकी है। आरोपी खुद पेपर लीक का अपराध स्वीकार कर चुके हैं। अब कोई शक नहीं बचा। सरकार को अविलंब UGC-NET की तरह NEET की परीक्षा रद्द करनी चाहिए। लाखों युवाओं के सपनों का सौदा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।