5 साल के भाजपा शासन के बाद अब फिर से चुनाव हो रहे हैं। इस बार दोनों ही एक दूसरे को कांटे की टक्कर देते नजर आ रहे हैं। इस चुनावी माहौल के दौरान न सिर्फ कांग्रेसी बल्कि भाजपा की सत्ता चाहने लोग भी जमकर लोगों को अपनी ओर करने में लगे हुए हैं। आपको बता दें कि हाल ही में कांग्रेस प्रत्याशी हरिमोहन शर्मा के समर्थन में गुरुवार को तालेड़ा स्थित एडब्ल्यूबी परिसर में एक सभा का आयोजन किया गया था। इसमें कांग्रेस के संगठन महासचिव अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को जमकर आड़े हाथों लिया।
इस सभा में गहलोत ने कहा कि भाजपा के शासन से आम जनता ही नहीं बल्कि उनकी ही पार्टी के कई मंत्री और पार्टी पदाधिकारी भी परेशान है। भाजपा की सरकार में अपराध और भ्रष्टाचार ने अपने कई रिकाॅर्ड को तोड़ दिया है। ऐसे में गहलोत ने कहा कि जनता खुद अब चाहती है कि वो कुछ बदलाव लेकर आए। ऐसे में लगता है कि एक सप्ताह बाद हमें निश्चित ही नई सरकार देखने को मिलेगी।
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पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने अपनी सरकार की तारिफ करते हुए और दूसरी ओर पलटवार करते हुए ये भी कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल का मुद्दा उठाया भी था, लेकिन प्रधानमंत्री इसका जवाब देने के लिए तैयार नहीं थे। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे ने ऐसा कौन-सा जादू किया? जो 50 हजार की कम्पनी 80 करोड़ की हो गई। शाह का यह जादू आज तक किसी को भी समझ नहीं आया।
कांग्रेस की सरकार के आने पर उन्होंने कहा कि इस बार राज्य में प्रचंड बहुमत से कांग्रेस की सरकार बनेगी। यह विधानसभा चुनाव नहीं होकर देश की दिशा बदलने की ओर एक नया रूख है। उन्होंने अनुरोध करते हुए कहा कि जिले की तीनों विधानसभा सीटों से कांग्रेस प्रत्याशी हरिमोहन शर्मा, अशोक चांदना, राकेश बोयत को जिताकर सदन में भेजे। प्रत्याशी हरिमोहन शर्मा ने पार्टी के लिए बेहतर काम किया। पूर्व विधायक के रूप में उन्होंने जनसमस्याओं को उठाया।
चुनावी सभा में बूंदी विधानसभा क्षेत्र के गांवों से बड़ी तादाद में ग्रामीण पहुंचे। सभी ने गहलोत का संबोधन सुनने के लिए ढाई घंटे तक इंतजार किया, इसके बावजूद सभी के उत्साह में किसी तरह की कमी नजर नहीं आई। गहलोत का यहां दोपहर 12 बजे का समय निर्धारित था, लेकिन वे ढाई बजे यहां पहुंचे। इसके बाद उन्होेंने अपनी सरकार को लाने के लिए लोगों से कई तरह के वादों को किया और भाजपा को जमकर आडे़ हाथों लिया।