चौक टीम, जयपुर। जयपुर में राजस्थान यूनिवर्सिटी के अंदर प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पुलिस ने जमकर लाठियां भांजीं। सेमेस्टर परीक्षा परिणाम में विद्यार्थियों के बैक लगने के मामले को लेकर गुरुवार को छात्र प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन इसी दौरान आक्रोशित छात्रों ने प्रशासनिक भवन के अंदर घुसकर ताला जड़ दिया। जिसके बाद पुलिस और छात्रों के बीच जमकर तनातनी हुई और आखिर में पुलिस ने बल प्रयोग कर छात्रों को वहां से खदेड़ा। हालांकि, लाठीचार्ज में किसी भी छात्र को कोई गहरी चोट नहीं आई लेकिन प्रदर्शन के बीच पुलिस ने छात्र नेता शुभम रेवाड़ को हिरासत में लेकर पुलिस थाने ले गई।
प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि उन्हें जानबूझकर फेल किया गया है। उनका मानना है कि परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता नहीं है और वे न्याय की मांग कर रहे हैं। छात्रों का कहना है कि उनकी मेहनत के बावजूद उन्हें फेल कर दिया गया है, जिससे उनका भविष्य खतरे में है। छात्रों ने आरोप लगाया है कि परीक्षा परिणामों में गड़बड़ी और पारदर्शिता की कमी उनके भविष्य को प्रभावित कर रही है। उनके अनुसार, उनकी मेहनत को नज़रअंदाज़ किया गया है।
प्रदर्शन के दौरान स्थिति नियंत्रण से बाहर होती देख पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया। इस लाठीचार्ज में कई छात्र घायल हो गए। पुलिस का कहना है कि उन्होंने कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया। पुलिस के अनुसार, स्थिति गंभीर हो गई थी और छात्रों को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा।
घटना के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन और पुलिस अधिकारियों के बीच एक बैठक आयोजित की गई। प्रशासन ने छात्रों को आश्वासन दिया है कि उनकी शिकायतों की जांच की जाएगी और उचित कार्रवाई की जाएगी। छात्रों ने भी अपनी मांगों को प्रशासन तक पहुंचाने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल नियुक्त किया है। यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना है कि छात्रों की समस्याओं को गंभीरता से लिया जाएगा और उन्हें सुलझाने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।
राजस्थान यूनिवर्सिटी में हुई इस घटना ने छात्रों और प्रशासन के बीच के तनाव को उजागर कर दिया है। छात्रों की शिकायतों की जांच और समस्या का समाधान न किया गया तो यह हंगामा और बढ़ सकता है। प्रशासन और छात्रों के बीच संवाद स्थापित कर इस समस्या का हल निकालना आवश्यक है। प्रशासन को छात्रों की मांगों को ध्यान में रखते हुए उचित कदम उठाने होंगे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।