चौक टीम, जयपुर। राजधानी जयपुर समेत प्रदेश भर में कई जगहों पर सीबीआई ने एक बजरी कारोबारी के करीब एक दर्जन ठिकानों पर छापेमारी की है। अवैध रेत (बजरी) खनन मामले में सीबीआई की टीम ने शनिवार को जयपुर में 200 फीट बाईपास, चोमू सर्किल स्थित कारोबारी के ऑफिस में छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया। जयपुर के अलावा टोंक, भरतपुर, सवाई माधोपुर और नागौर में भी छापेमारी की गई है। सीबीआई की टीम बजरी कारोबारी के ठिकानों से दस्तावेजों की जांच कर रही है। कारोबारी के ठिकानों पर काफी मात्रा में नकदी और अहम दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
जानकारी के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय ने अवैध रेत खनन मामले में बजरी कारोबारी के खिलाफ केस दर्ज किया था। ईडी अधिकारियों को बजरी कारोबारी ग्रुप के ठिकानों से कई अहम सबूत मिले थे। उसके बाद प्रवर्तन निदेशालय ने बजरी कारोबारी और ग्रुप के अन्य लोगों को पूछताछ के लिए दिल्ली ऑफिस में बुलाया था। ग्रुप से जुड़े कई लोग ईडी कार्यालय नहीं पहुंचे थे।
उसके बाद मामला सीबीआई को दिया गया। काफी समय से सीबीआई के अधिकारी मामले में जांच पड़ताल करते हुए बजरी कारोबारी पर नजर बनाए हुए थे। सीबीआई ने मामले में एक्शन करते हुए शनिवार को बजरी कारोबारी के करीब एक दर्जन ठिकानों पर छापेमारी की है।
टोंक जिले में बजरी नाके पर भी सीबीआई की ओर से कार्रवाई की जा रही है। टोंक जिले के बनास क्षेत्र स्थित बजरी कारोबारी के ऑफिस में छापेमारी जारी है। कारोबारी के ऑफिस में दस्तावेजों की जांच पड़ताल की जा रही है। नेशनल हाइवे पर स्थित कार्यालय पर भी दस्तावेजों को सर्च किया जा रहा है। सवाई माधोपुर के चौथ का बरवाड़ा क्षेत्र में भी सीबीआई की टीम छापेमारी की कर्रवाई कर रही है।
जानकारी के मुताबिक 14 फरवरी को बजरी कारोबारी के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमारी की कार्रवाई की थी। ईडी अधिकारियों ने बजरी कारोबारी के ठिकानों से करीब 37 लाख रुपए से अधिक नकदी, हाई डिस्क, मोबाइल फोन समेत डिजिटल सबूत सीज किए थे। प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने कारोबारी के कई ठिकानों पर छापा मारा, लेकिन कारोबारी कहीं पर भी नहीं मिला था। 2020 में राजनीतिक उठापटक के दौरान बजरी कारोबारी के जैसलमेर स्थित बड़े नामी होटल में कांग्रेस नेताओं की बाड़ेबंदी हुई थी।