जर्मनी दौरे पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने किया म्यूनिख के डॉयचेस म्यूजियम का अवलोकन

जर्मनी प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने म्यूनिख के डॉयचेस म्यूजियम का अवलोकन किया, जहां उन्होंने तकनीकी, वैज्ञानिक, औद्योगिक और नवाचार से जुड़ी प्रदर्शनियों का अध्ययन किया।

शरद पुरोहित,जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राजस्थान सरकार का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 के लिए जर्मनी और यूनाइटेड किंगडम के दौरे पर रविवार रात रवाना हुआ। जर्मनी प्रवास के दौरान राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने म्यूनिख स्थित विश्व प्रसिद्ध डॉयचेस म्यूजियम का दौरा किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर संग्रहालय में प्रदर्शित तकनीकी, वैज्ञानिक, औद्योगिक, और नवाचार से जुड़ी प्रदर्शनियों का गहन अध्ययन किया। इस दौरे का उद्देश्य विदेशी निवेशकों और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं को राजस्थान में निवेश के लिए आमंत्रित करना है।

प्री-इन्वेस्टमेंट समिट में 45,000 करोड़ रुपये के निवेश करार

प्रतिनिधिमंडल की यात्रा के दौरान सोमवार को एक प्री-इन्वेस्टमेंट समिट आयोजित की जाएगी, जिसमें नगरीय विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा मुख्य अतिथि होंगे। इस समिट में 25 बड़े निवेशकों द्वारा 45,000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश करार पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। राज्य के नगरीय विकास और आवासन विभाग के प्रमुख शासन सचिव वैभव गालरिया ने बताया कि इस निवेश से राज्य में बुनियादी ढांचे और औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।

अप्रवासी सम्मेलन और व्यापारिक समूहों से बैठक

म्यूनिख में अनिवासी राजस्थानी समुदाय के साथ बैठक आयोजित की जाएगी, जबकि लंदन में ‘राइजिंग राजस्थान अप्रवासी सम्मेलन’ का आयोजन होगा। इन आयोजनों का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय निवेशकों और अप्रवासी भारतीयों को राजस्थान के आर्थिक विकास में योगदान देने के लिए प्रेरित करना है।

भारत के वाणिज्य दूतावास और भारतीय उच्चायोग का सहयोग

यह इन्वेस्टर रोड शो भारत के वाणिज्य दूतावास (म्यूनिख) और भारतीय उच्चायोग (लंदन) के सहयोग से आयोजित किए जा रहे हैं। फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) भी इस आयोजन में सहयोग कर रहा है।

राजस्थान में शैक्षिक और अनुसंधान केंद्रों की स्थापना का लक्ष्य

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस दौरे से उन्हें तकनीकी और वैज्ञानिक विकास के महत्व को और गहराई से समझने का मौका मिला। उन्होंने यह भी बताया कि राजस्थान सरकार राज्य में इसी तरह के शैक्षिक, अनुसंधान, प्रौद्योगिकी और नवोन्मेष केंद्रों की स्थापना के लिए प्रयासरत है। मुख्यमंत्री का मानना है कि इस प्रकार के केंद्र राजस्थान के युवाओं को आधुनिक तकनीकों और वैज्ञानिक खोजों से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

डॉयचेस म्यूजियम का महत्व

डॉयचेस म्यूजियम तकनीकी और वैज्ञानिक नवाचारों के क्षेत्र में विश्व के सबसे बड़े संग्रहालयों में से एक है। यहां विभिन्न युगों की वैज्ञानिक और तकनीकी उपलब्धियों को प्रदर्शित किया जाता है। इस संग्रहालय में औद्योगिक क्रांति, ऊर्जा संसाधनों और आधुनिक प्रौद्योगिकियों पर विशेष ध्यान दिया गया है, जो किसी भी विकासशील राज्य के लिए प्रेरणादायक है।

राजस्थान के लिए नए अवसर

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राजस्थान में शैक्षिक और तकनीकी विकास को बढ़ावा देने के लिए ऐसे केंद्र महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने संकेत दिया कि राज्य सरकार इस दिशा में तेजी से कार्य करेगी, ताकि राजस्थान के छात्र और शोधकर्ता अंतरराष्ट्रीय स्तर की शिक्षा और प्रौद्योगिकी का लाभ उठा सकें।

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लेखक परिचय

Dr Sharad Purohit
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शरद पुरोहित एक प्रतिष्ठित पत्रकार हैं, जिन्होंने मीडिया के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वह हिंदी समाचार चैनल 'Zee News', 'सहारा समय और 'ETV News राजस्थान' में भी वरिष्ठ संवाददाता के रूप में कार्यरत रहे हैं। जयपुर में रहते हुए शरद पुरोहित अपराध पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बनाई और उनकी रिपोर्टिंग ने अपराध जगत से जुड़े कई मामलों पर गहराई से प्रकाश डाला। वह डिजीटल मीडिया के क्षेत्र में भी कुशल माने जाते हैं। उन्होंने डिजिटल मीडिया में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हुए देश का पहला हिंदी ओटीटी न्यूज़ प्लेटफार्म 'The Chowk' की शुरुआत की, जिसमें वह सीईओ की भूमिका निभा रहे हैं। शरद पुरोहित का योगदान न केवल पारंपरिक पत्रकारिता में, बल्कि डिजीटल प्लेटफार्म पर भी अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है।
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