चौक टीम, जयपुर/बाड़मेर। नवनिर्वाचित सांसद उमेदाराम के स्वागत प्रोग्राम में चुनाव के रुपए लेन-देन को लेकर पूर्व सांसद और गुड़ामालानी प्रत्याशी और पूर्व प्रधान आमने-सामने हो गए। एक दूसरे पर रुपए लेने के आरोप लगाए। पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम की स्पीच के दौरान मंच पर बैठे पूर्व प्रधान ताजाराम खड़े हुए पानी बोतल लेकर लेकर पूर्व सांसद की तरफ जाने लगे। समर्थक नारेबाजी करने लग गए। मंच पर बैठे लोगों व पुलिस जवानों ने बीच-बचाव किया। सांसद ने माइक लेकर कहा कि आप लोगों को मेरी कसम है आप लोग शांति से बैठ जाओ।
प्रोग्राम में पूर्व सांसद सोनाराम चौधरी ने अपनी स्पीच में गुड़ामालनी विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि 6-7 माह पहले बीजेपी को वोट दिए। अभी आपने वोट किसी और को दे दिए। मनोहर विश्नोई सुने रहे हो ना। जो ट्रेडिशन है यह ठीक नहीं है। मैं किसी से डरता नहीं हूं। मैंने किसी से पैसा नहीं लिया और न ही किसी से अन्याय किया। अगर किया है तो बताओ। मेरे पास सब फाइलें है कि चुनाव में किसने क्या किया।
सांसद सोनाराम चौधरी ने आगे कहा कि, मंच से कहना चाहता हूं कि हार जीत होती रहती है। लड़ना है तो सामने से लड़ों, साथ रहकर धोखा करना, पीठ पीछे छुर्रा घोंपना यह सौभाग्य नहीं देता है। गाली निकालते है कर्नल ऐसा है वैसा है। पता नहीं अभी कुछ कर रहे थे कैलाश जी बेनिवाल। चुनाव होते है तो नजर आते लेकिन फिर नजर नहीं आते है। पैसे की बात की थी वो क्लियरवाई करना चाहिए। किसने पैसे दिए और किसने मांगे। अब मुझे सलाह दे रहे हो देने या नहीं देने। तभी पूर्व प्रधान ताजाराम उठे।
कर्नल सोनाराम की स्पीच के बीच पूर्व ताजाराम बोले कि पहले गाड़ियों के पैसे दे दो। तभी कुछ लोगों ने पूर्व प्रधान को बैठाने का प्रयास किया। तब कर्नल सोनाराम बोले देखो चोर की दाड़ी में तिनका। यह कहावत आपने सुनी होगी। बात गाड़ियो की कर रहे हो आपने जो मेरे बेटे से पैसे लिए वो दे दो वरना डंडा करके ले लूंगा। तब पूर्व प्रधान पानी बोतल हाथ में लेकर पूर्व सांसद की तरफ बढ़े। तभी मंच पर बैठे लोगों ने रोका। इसको पार्टी से बाहर निकाल दो। हटाओं इसको यहां से। तब पूर्व प्रधान के समर्थकों ने नारेबाजी शुरू कर दी। कर्नल तेरी तानाशाही नहीं चलेगी। लोगों व पुलिस जवानों ने बीच-बचाव कर दोनों पक्षों को दूर किया। कर्नल बोले किसकी तानाशाही की है। मेरा भाषण पूरा नहीं हुआ।
मामला बढ़ता देख सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल उठे और समर्थकों को अपनी कसम दिलाकर शांत करवाया।