चौक टीम जयपुर। विधायक हरीश चौधरी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर सामान्य पात्रता परीक्षा CET(सीनियर सेकेंडरी एंड ग्रेजुएशन लेवल) मैं श्रेणी वार 15 गुना के बजाय न्यूनतम 40% प्राप्तांक वाली समस्त अभ्यर्थियों मुख्य परीक्षा की योग्य गोषित करने के लिए पत्र लिखा है।
हरीश चौधरी ने लिखा है कि राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा आगामी भर्तियों के लिए CET का आयोजन किया गया. जिसमें प्राप्त अंकों के आधार पर आगामी प्रत्येक भर्ती में विज्ञापित पदों की संख्या के 15 गुना अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा के लिए योग घोषित करने की शर्त रखी है।
15 गुना की शर्त पर बेरोजगारों में भयंकर आक्रोश
जिसके चलते उप जेलर प्लाटून कमांडर WRD पटवारी में छात्रावास अधीक्षक आदि कम पदों वाली भर्तियों की मुख्य परीक्षा के लिए पात्र अभ्यर्थियों की संख्या में 750 से 4000 तक की होगी जिसमें एक तरफ एक ही अभ्यर्थी को चयनित हो जाने के बावजूद भी बार-बार मौका मिलता रहेगा और दूसरी तरफ लाखों बेरोजगारों को मौके से वंचित होना पड़ेगा।
वाणिज्य संकाय से स्नातक युवाओं को सेट में वाणिज्य का पाठक नहीं होने के कारण जूनियर अकाउंटेंट की मुख्य परीक्षा में सामान्य अभ्यर्थियों को बिछड़ना पड़ रहा है. इसके अलावा 12वीं में स्नातक अपीयरिंग वाले अभ्यार्थी अपने अकादमी परीक्षाओं की व्याख्या के कारण सेट में सामान्य वित्त अभ्यार्थियों से प्रतिस्पर्धा नहीं कर पाएंगे जिसके कारण उनको भी आगामी भर्तियों की मुख्य परीक्षा में मौके से वंचित होना पड़ेगा।
इसके अलावा आगामी पटवारी भर्ती परीक्षा को पहले से तय सेट परीक्षा सूची में शामिल नहीं होने के बावजूद सेट 2023 के अंतर्गत लाने पर विचार विमर्श चल रहा है .अगर ऐसा किया जाता है तो पटवारी की तैयारी करने वाली नई अभ्यर्थियों की साथ अन्याय होगा. इन तमाम कारणों के चलते सेट में 15 गुना की शर्त को लेकर राज्य के लाखों युवा बेरोजगारों में भयंकर आक्रोश देखने को मिला।