राजस्थान में नई सरकार के गठन के साथ ही दो दिन पहले मंत्रिमंडल में 23 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली जिसमें 13 कैबिनेट और 10 राज्य मंत्री शामिल है। सोमवार को राज्यपाल कल्याण सिंह ने जयपुर में राजभवन में सभी मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई थी। हालाँकि मंत्रियों ने शपथ तो ले ली लेकिन इसके तीन दिन बाद भी उनके विभागों का बंटवारा नहीं हो सका है।
शपथ ग्रहण के तीन दिन बाद भी मंत्रियों के विभागों का बंटवारा नहीं होने पर विपक्ष ने सत्ताधीन कांग्रेस पार्टी को आड़े हाथों लिया था। विपक्ष का आरोप था कि मंत्रियों के विभागों का बंटवारा नहीं होने से जनता का काम-काज ठप्प पड़ा है। जिसके जवाब में मंत्रिमंडल में शामिल केकड़ी के विधायक रघु शर्मा ने कहा है कि विपक्ष पहले अपना नेता प्रतिपक्ष तो तय कर लें।
मंत्रिमंडल में दिग्गजों को शामिल नहीं करने पर पायलट ने दिया बड़ा बयान
जनता के काम रुकने के विपक्ष के आरोपों पर रघु शर्मा ने कहा कि जनता का कोई भी काम रुका हुआ नहीं है। बीजेपी अपनी हार नहीं पचा पा रही है। वे पहले अपना नेता प्रतिपक्ष चुने और कांग्रेस का काम कांग्रेस पर ही छोड़ दें। जनता का जनादेश हमें मिला है और अब राज्य की जनता हमारी जिम्मेदारी है। ऐसे में वे हमारे काम में दखल अंदाजी ना करें।
अगर मंत्रियों के विभागों के बंटवारे की बात करें तो जानकारी के मुताबिक सीएम और डिप्टी सीएम की तरह ही मंत्रियों के विभागों का निर्धारण का काम भी कांग्रेस आलाकमान ही तय कर सकता है। इसके लिए आज सीएम गहलोत और डिप्टी सीएम पायलट दिल्ली जा सकते है।