चौक टीम, जयपुर। आज गुरूवार को राजस्थान की विधानसभा में प्रश्नकाल और शून्यकाल की कार्यवाही के बाद बजट पर बहस हुई। बजट पेश होने के बाद अब विपक्ष भी सरकार को जमकर घेर रहा है, वहीं सत्ता पक्ष के विधायक भी सरकार का पक्ष रख रहे हैं। बजट बहस के दौरान बीजेपी विधायक को टोकने पर कुछ देर हंगामे के हालात बन गए।
विधानसभा में बिजली को लेकर मचा हंगामा
बता दें आज नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने प्रदेश में गहराए बिजली संकट को लेकर भजनलाल सरकार को जमकर घेरा। उन्होंने कहा पूरे प्रदेश में बिजली को लेकर हाहाकार मचा हुआ है बिजली नहीं आ रही है। इस दौरान बिजली संकट को लेकर खुद विधानसभा स्पीकर वासुदेव देवनानी को भी कहना पड़ा कि यह समस्या पुरानी है। अजमेर में टाटा पावर बदमाशी कर रहा है, उनके खिलाफ भी बहुत सी शिकायतें हैं।
उन्होंने ऊर्जा मंत्री से कहा कि उस पर भी करवाई कीजिए। इसको लेकर बीजेपी के एक विधायक जेठानंद व्यास ने भी गम्भीर सवाल उठाए। उन्होंने बीकानेर में बीकेसीएल कंपनी पर भी इसी तरह मनमानी के आरोप लगाए। उन्होंने आरोप लगाया कि इस कंपनी में जो कर्मचारी है, वह पिछली कांग्रेस सरकार के पूर्व मंत्री के रिश्तेदार हैं।
ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने कार्रवाई का दिया भरोसा
भाजपा विधायक जेठानंद व्यास की शिकायत का जवाब देते हुए ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने कहा कि यदि प्राइवेट बिजली कंपनियों की मनमानी की शिकायतें सामने आ रही है, तो कमेटी बनवाकर जांच करवाएंगे और जो भी दोषी होगा, उन पर कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि यदि कोई राजनीतिक दबाव से काम कर रहा है और ढंग से काम नहीं कर रहा है, तो उसके खिलाफ एक्शन होगा। ऊर्जा मंत्री ने बताया कि कंपनी के खिलाफ शिकायतें आ चुकी है, हमने इसी माह उसे नोटिस भी दे दिया है, फिर भी अगर सुधार नहीं हुआ, तो कार्रवाई की जाएगी।
शिखा मील बराला ने बजट पर किया कटाक्ष
चौमूं से कांग्रेस विधायक शिखा मील बराला ने सबसे पहले अपने भाषण की शुरूआत निदा फाजली की लाइन से की और बजट पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि
“कहीं नहीं कोई सूरज, धुआं धुआं है फ़ज़ा
ख़ुद अपने आप से बाहर निकल सको तो चलो
यही है ज़िंदगी, कुछ ख़्वाब चंद उम्मीदें
इन्हीं खिलौनों से तुम भी बहल सको तो चलो”
चौमूं से कांग्रेस विधायक शिखा मील बराला ने बजट की कुछ घोषणाओं की तारीफ करते हुए सीएम भजनलाल शर्मा और डिप्टी सीएम दीया कुमारी का आभार जताया। शिखा ने कहा कि बजट में महिलाओं के लिए बायो टॉयलेट्स की घोषणा भी अच्छी है, जो स्वागत योग्य कदम है। एविएशन सेक्टर की योजना अच्छी है। सरकारी हासॅस्टल में मेस भत्ता बढ़ाना अच्छा कदम है।
‘घपलों की सही जांच हुई तो कई कांग्रेस नेता जेल जाएंगे…’
बीजेपी विधायक कुलदीप धनखड़ ने कहा कि कांग्रेस राज में कई योजनाओं में घपले हुए। जल जीवन मिशन में जिस तरह से कांग्रेस राज के दौरान घपला हुआ, उसकी अभी जांच चल रही है। यह जांच अगर सही दिशा में आगे बढ़ी और ऐसे ही चलती रही तो कांग्रेस के कई नेता आगे आने वाले दिनों में जेल में होंगे। कांग्रेस राज में बजट के दौरान की गई घोषणाएं जमीन पर नहीं उतरीं।
केंद्र का बजट आने देते, ऐसी भी क्या जल्दी थी?- रोहित बोहरा
राजाखेड़ा से कांग्रेस विधायक रोहित बोहरा ने केंद्र से पहले राज्य का बजट पेश करने पर सवाल उठाए। बोहरा ने कहा कि राज्य सरकार को बजट पेश करने की ऐसी भी क्या जल्दी थी, कम से कम केंद्र सरकार का बजट तो पहले आने देते। आपका 46 फीसदी रेवेन्यू जीएसटी और केंद्रीय करों से आता है, उसमें आप कुछ नहीं कर सकते। अगर केंद्र सरकार कोई योजना शेयरिंग वाली लेकर आई तो आप पैसा कहां से दोगे।
बोहरा ने कहा-ग्रामीण विकास का बजट 1000 करोड़ रुपए घटा दिया है। 650 करोड़ की शहरी मनरेगा 350 करोड़ की कर दी और आप वाहवाही की उम्मीद कर रहे हो। राजस्थान में इस बजट से कोई विकास नहीं होगा। एमनेस्टी के नाम पर सरकार खेला कर रही है। बोहरा ने कहा- समय पर लोन चुकता करने वाले किसानों का लोन घटा दिया है। ग्रामीण विकास का बजट 1000 करोड़ रुपए घटा दिया है। 650 करोड़ की शहरी मनरेगा 350 करोड़ की कर दी और आप वाहवाही की उम्मीद कर रहे हो। राजस्थान में इस बजट से कोई विकास नहीं होगा
विधानसभा में चार दिन होगी बहस
आपको बता दें बजट पर गुरुवार, शुक्रवार, सोमवार और मंगलवार को चार दिन बहस होगी। मंगलवार को बहस का सरकार की तरफ से जवाब आएगा। विधानसभा की कार्य सलाहकार समिति ने 29 जुलाई तक विधानसभा का कामकाज तय कर दिया है। 29 को विधानसभा में राजस्थान का बजट पास होगा। 17 जुलाई को विधानसभा नहीं चलेगी। 18 जुलाई से अलग-अलग विभागों की अनुदान मांगों पर बहस होगी। हर दिन बहस के बाद मंत्री बहस का जवाब देंगे। 8 दिन तक विधानसभा में अलग अलग विभागों की अनुदान मांगों पर बहस होगी।