कांग्रेस और भाजपा के इस चुनावी जंग में सभी एक दूसरें पर पलटवार करते नजर आ रहें है। चुनाव के दौरान सभी लोग अपनी-अपनी सरकार को लाने के लिए उन सभी वादों को करते नजर आ रहें है जिनसे जनता उन्हें ही मतदान करें। ये तो आप सभी को पता ही है कि हर 5 साल में सत्ता परिवर्तन की परंपरा चली आ रही है, लेकिन इस बार दोनो दिग्गज पार्टीयां इन कड़ी चुनौतीयों का सामना कर रहीं है। इस चुनावी माहौल में राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट भी लोगों को काग्रेस की ओर करने और लोगों को रिझाने में कोई कमी नहीं छोड़ रहें है।
प्रदेश में हर 5 साल बाद सरकार बदलने की परंपरा के तहत कांग्रेस भी एक बार फिर सत्ता की वापसी की उम्मीद कर रही है। इस बीच सचिन पायलट भी जगह- जगह जाकर अपने भाषण और जातीवाद के मुद्धो को उठाकर काग्रेस के लिए लोगों के दिलों में जगह बना रहें है।
हाल ही में सचिन पायलट ने अपने दमदार भाषण से लोगों को हर तरह से रिझाने की कोशिश की। उन्होेंने कहा कि भाजपा के दिन खत्म हो चुके है और वो दिन जल्द ही आ गया है जब आपको अपना निर्णय सुनाना होगा कि आखिर आप कौनसी सरकार के पक्ष में है।
टोंक में चुनावी सभा के दौरान सचिन कहते नजर आए कि कांग्रेस ने हमेंशा महिलाओं, नौजवानों और किसानों की आवाज को उठाया है। हम सभी ने झूठ, धमण्ड़ और अंहकार में संजी ऐसी सरकार को 5 साल तक संभाला है। इसी के साथ वसुंधरा ने काला कानुन लगाया जो कि आप कल्पना नहीं कर सकते है कि ऐसा कानुन जहां लिखा था कि कोई पत्रकार अगर किसी नेता या किसी अफसर के बारें में लिख दें कि इसने भ्रष्टाचार किया है तो उस पत्रकार को 2 साल की जेल हो जाएगीं। इस तरह इन्होंने कई खौफनाक कानुन भी बनाए। जब हमने कई संघर्षो का सामना किया तो इस कानुन को वसुंधरा को हटाना ही पड़ा।
इसी के साथ सचिन ने विकास के कार्यो को छोड़ कर भाषण में जात-पात और दलितों को पहली प्रायोरिटी दी। उन्हें लोगों को ये भी बताते हुए सुना गया कि ना सिर्फ यहां के लोगों को बल्कि आस-पास के सभी गांव के लोेगों को भी ये पता होना चाहिए कि हमें हाथ के निशान को ही वोट देना है।