चौक टीम कोटा। शिक्षा नगरी कोटा में एक बार फिर स्टूडेंट्स की खुदकुशी के मामले सामने आए है. यहां एक ही दिन मेडिकल के दो छात्रों ने आत्महत्या कर ली. पुलिस के अनुसार, इस साल की ये ऐसी 15वीं घटना है. वहीं पिछले दो महिनों में 9 छात्र आत्महत्या कर चुके हैं. पांच मामले मई महीने में और चार मामले इस साल जून में सामने आए हैं.
दोनों ही छात्र नीट की तैयारी कर रहे हैं
पहली घटना में, उदयपुर के एक 18 साल के मेडिकल अभ्यर्थी ने मंगलवार सुबह अपने छात्रावास के कमरे में फांसी लगा ली. पुलिस के मुताबिक, मेहुल वैष्णव नाम का छात्र राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहा था. पुलिस ने कहा कि उन्हें मौके से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है. वहीं उत्तर प्रदेश के सजौनपुर जिले के रहने वाले आदित्य ने फांसी का फंदा लगाकर अपनी जान दे दी. दोनों ही छात्र कोटा में रहकर नीट की तैयारी कर रहे थे. सूचना मिलते ही दोनों मृतकों के परिजन कोटा पहुंच गए. पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए है.
पुलिस के मुताबिक विज्ञान नगर के दो सेक्टर स्थित एक मकान में जौनपुर उत्तर प्रदेश का रहने वाला आदित्य किराये के कमरे में रहता था. जब मृतक के परिजनों ने बेटे को फोन किया तो उसने फोन नहीं उठाया. इस पर परिजनों ने मकान मालिक को फोन किया. जब मकान मालिक ने गेट खुलवाया और अंदर से किसी की आवाज नहीं आई तो उसने रोशनदान से झांककर देखा. लेकिन, अंदर के हालात देख उसके होश उड़ गए और उसने तुरंत पुलिस को सूचना दी. सूचना मिलते ही विज्ञान नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को नीचे उतारकर सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया.
जानकारी के मुताबिक मंगलवार को आत्महत्या करने वाला छात्र मेहुल उदयपुर जिले के सलुम्बर का रहने वाला था और पिछले दो महीने से कोटा के एक कोचिंग संस्थान में NEET की तैयारी कर रहा था. वह विज्ञान नगर इलाके के एक हॉस्टल में रहता था. घटना के समय मेहुल अपने हॉस्टल के कमरे में अकेला था क्योंकि उसका रूममेट उस रात बाहर गया हुआ था. कई घंटे बीत जाने के बाद भी जब मेहुल अपने कमरे से बाहर नहीं आया तो उसके हॉस्टल के साथियों ने केयरटेकर को इसकी जानकारी दी. केयरटेकर द्वारा दरवाजा तोड़ने के बाद मेहुल का लड़का अपने कमरे में लटका हुआ पाया गया.
पिछले दो महिनें में 9 आत्महत्या
घटना को लेकर पुलिस ने कहा कि कोटा में इस साल 2023 के पहले छह महीनों में ही कोचिंग छात्रों द्वारा आत्महत्या का यह 15वां मामला है, जबकि पिछले साल 2022 में कोटा में 15 छात्रों द्वारा आत्महत्या के मामले दर्ज किए गए थे. इस साल 2023 के सभी 15 से 9 आत्महत्याओं के मामलों भी पिछले दो महीनों में ही दर्ज किए गए हैं.