कोटा के उज्जवल विहार इलाके में एक महिला चिकित्सा अधिकारी ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली ,मृतका डोली सुमन अपने मकान में अकेली ही निवास करती थी |डोली का शव अपने ही मकान में एक कमरे में फांसी पर लटका हुआ मिला मृतका के परिजनों ने हत्या कर शव लटकाने का अंदेशा जताया है,डॉक्टर डोली सुमन बूंदी के बरूधन में आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी के पद पर कार्यरत थी|2 साल पहले ही डॉक्टर डोली का तलाक हो गया था|
जिसके बाद वह अकेले ही निवास कर रही थी। परिजनों का आरोप है कि डोली सुमन आत्महत्या नहीं कर सकती किसी व्यक्ति ने उनकी हत्या कर शव फांसी पर लटका दिया होगा |परिजनों ने कहा कि उनके घर के दरवाजे खुले थे तो वहीं कई ऐसे एंगल हैं जिससे यह पता चलता है, कि उन्होंने आत्महत्या नहीं की बल्कि उसकी हत्या की गई है|एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवाए गए शव का पोस्टमार्टम किया जाना है|वही पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही
डोली के चचेरी बहन प्रियंका ने बताया कि, डोली दीदी से शाम को 7:00 बजे ही बात की गई थी। बाद में पिज़्ज़ा बनाने की रेसिपी को लेकर भी काफी लंबी चर्चा चली थी। बाद में पौधे ले जाने की बात कहते हुए डॉली दीदी को फोन किया था। करीब 9:00 बजे 50 मिनट के थाने के एएसआई ने दीदी का फोन रिसीव किया। तब जाकर घटना का पूरा पता चला।
डोली के चाचा हरीश कुमार सुमन ने बताया कि, डोली महीने के 20 दिन अपनी मां के घर रहती थी और 10 दिन अपने घर उज्जवल विहार में रहती थी। उसने अपने घर पर बहुत सारे पौधे लगाए हुए थे। उसके लिए कुछ पौधे लाया था। रात को बेटी प्रियंका ने डोली को फोन करके पौधे ले जाने की बात कही थी। बेटी ने फोन लगाया तो डोली की मौत की सूचना मिली । हार्दिश ने बताया कि डोली होनहार और बहादुर लड़की थी। उसके पैर जमीन पर लटके हुए थे। वहां कोई स्टूल भी नहीं था, ऐसा लगता है कि किसी ने गला दबाकर हत्या की है। मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाने की जांच करवाई है।
बोरखेड़ा थाना क्षेत्र के एएसआई उदय सिंह ने बताया कि डोली का 2 साल पहले तलाक हुआ था। वह घर मैं अकेली रहती थी। रात को चुन्नी में फांसी लगाकर हत्या करने की बात सामने आई। पड़ोसियों को जब इस बात की सूचना मिली तब उसे डॉक्टर के पास ले जाया गया। परिजनों ने तनाव जैसी बात को इनकार किया है। घर में लगे हुए सीसीटीवी कैमरे की जांच की जा रही है। जॉर्ज के बाद ही पूरा मामला सामने आएगा।