चौक टीम, जयपुर। फेडरेशन ऑफ राजस्थान हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्टर्स ने अपने सबसे प्रसिद्ध कार्यक्रम फोरहेक्स फेयर के 10वें संस्करण की घोषणा की, जोकि 9 से 12 अगस्त तक जयपुर में आयोजित किया जाएगा। बहुप्रतीक्षित 4 दिवसीय फेयर जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक आयोजित किया जाएगा। 2009 में अपनी स्थापना के बाद से, फोरहेक्स फेयर 2019 तक सफलतापूर्वक चला और शिल्प कौशल और नवाचार का प्रतीक बन गया। कोविड-19 के कारण पांच साल के अंतराल के बाद, संगठन 2024 में अपने 10वें संस्करण के साथ फोरहेक्स फेयर के भव्य पुनरुद्धार की घोषणा करते हुए उत्साहित है। इस वर्ष फेयर को 2 शीर्ष संस्थाओं, ईपीसीएच (एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल फॉर हैंडीक्राफ्ट) और डीसी हैंडीक्राफ्ट द्वारा समर्थन दिया जा रहा है, जो इस फेयर को अपना समर्थन और मान्यता दे रहे हैं।
इस अवसर पर वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के राज्य मंत्री के.के. बिश्नोई, आरईपीसी के सीईओ पी.आर. शर्मा, वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के अतिरिक्त निदेशक एस.एस. शाह और ईपीसीएच के अध्यक्ष दिलीप बैद उपस्थित थे। इसके साथ ही, फोरहेक्स फेयर कमेटी के वाइस प्रेसिडेंट अतुल पोद्दार, प्रोजेक्ट कॉर्डिनेटर डॉ. श्वेता चौधरी, फोरहेक्स फेयर कमेटी की प्रिंसीपल एडवाइजर लीला बोर्डिया, एक्जीक्यूटिव मेंबर राजेंद्र जैन और करण मील भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
इस अवसर पर, फोरहेक्स फेयर कमेटी के प्रेसिडेंट जसवंत मील ने कहा, “पिछले कुछ वर्षों में, फोरहेक्स फेयर हमारे कारीगरों की स्थायी भावना और प्रतिभा का प्रतीक बन गया है, जो कारीगरों, एक्सपोर्ट्स और उद्योग के लीडर्स को एक साथ आने, सहयोग करने और अपनी उत्कृष्ट कृतियों को प्रदर्शित करने के लिए एक अद्वितीय मंच प्रदान करता है। यह प्रतिष्ठित कार्यक्रम हमारे सर्वश्रेष्ठ शिल्पकारों को एक साथ लाता है और उन्हें अपने कोऑर्डिनेटेड प्रोडक्ट रेंज को व्यापक दर्शकों के सामने पेश करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करता है, जिससे हस्तशिल्प और कपड़ा क्षेत्रों में विकास और विस्तार को बढ़ावा मिलता है। हम इस वर्ष लगभग 50,000 से अधिक विशिष्ट आगंतुकों के आने की उम्मीद करते हैं, जिसका अनुमानित कारोबार लगभग 50-60 करोड़ रुपये है।”
कार्यक्रम के बारे में ओर जानकारी देते हुए, फोरहेक्स के प्रेसिडेंट श्री सुनीत जैन ने कहा, “फोरहेक्स फेयर वह मंच है जहाँ लोग आकर अपने उत्पादों का परीक्षण कर सकते हैं और अपने घरेलू मैदान में अपना ब्रांड बना सकते हैं। इस फेयर में ब्रांड्स के लिए कॉर्पोरेट और सहयोग करने की भी अपार संभावना है ताकि वे अंतिम उपभोक्ताओं को संतोषजनक अनुभव दे सकें। इसके साथ ही उन्होंने “क्राफ्ट कनेक्ट” कार्यक्रम के शुभारंभ की भी घोषणा की, जिसका उद्देश्य स्टार्टअप और ब्रांड्स के लिए ब्रीडिंग ग्राउंड के रूप में कार्य करके उद्योग और शिक्षा जगत के बीच की खाई को पाटना है, ताकि शिक्षा जगत को उद्योग की अंतर्दृष्टि मिल सके और उद्योग को तैयार और अनुभवी शिक्षार्थियों से लाभ मिल सके।”
फोरहेक्स के सेक्रेटरी रवि उतमानी ने बताया कि, इस फेयर का उद्देश्य कारीगरों को उद्योग से जोड़कर उनके माध्यम से समाज की सेवा करना है। फेयर में आगंतुक विभिन्न राज्यों के इन कुशल कारीगरों के असाधारण काम को देख सकते हैं। वे हैंडलूम वीविंग, कालीन बुनाई, चमड़ा शिल्प, मधुबनी पेंटिंग, स्टोन आर्ट, वायर इनले, तारकशी, मीनाकारी, सांगानेरी ब्लॉक प्रिंटिंग, ब्लू पॉटरी, चमड़े की जूतियाँ, पीतल के हस्तशिल्प जैसे शिल्प और उत्पादों की विविध रेंज का एक ही छत के नीचे आनंद ले सकते है।
इस वर्ष फोरहेक्स फेयर के विरासत और हस्तशिल्प के भव्य उत्सव में 150 से अधिक पार्टिसिपेंट्स शामिल होंगे, जो हस्तशिल्प, वस्त्र, होम डेकोर, फर्नीचर, लाइटिंग, कालीन, मिट्टी के बर्तन और अन्य उत्तम उत्पादों की एक श्रृंखला प्रदर्शित करेंगे। इस दौरान 2100 वर्ग मीटर के विशाल एग्जिबिशन एरिया और 150 से अधिक बूथों का समर्थन करेगा। इस वर्ष के कुछ प्रमुख ब्रांड्स में एलिमेंट्री, हस्तकला, ओबीटी, रतन, जयपुर फर्नीचर शामिल हैं और इसमें मुरादाबाद, सहारनपुर, फिरोजाबाद, खुर्जा, पानीपत, संबल, श्रीनगर, जयपुर, जोधपुर और उदयपुर के प्रतिभागी शामिल होंगे।
फोरहेक्स केवल खरीदारी करने की जगह नहीं है। यह उत्तरी भारत की अविश्वसनीय कारीगर विरासत का उत्सव है। यह फेयर प्रतिभाशाली शिल्पकारों के लिए एक लॉन्च-पैड के रूप में कार्य करता है, उन्हें खरीदारों से जोड़ता है और उन्हें अपनी उत्कृष्ट कृतियों को दुनिया के साथ प्रदर्शित करने और साझा करने में मदद करता है। यह फेयर रचनात्मकता और सहयोग की शक्ति का प्रदर्शन है, जहाँ परंपरा कलात्मकता के उल्लेखनीय प्रदर्शन के साथ नवाचार से मिलती है।