चौक टीम, जयपुर। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान की 14 सीटों पर जीत दर्ज की। शेष 11 सीटों में से 8 पर कांग्रेस और 3 सीटों पर कांग्रेस समर्थित दलों के प्रत्याशियों की जीत हुई। इसके बाद राजस्थान भाजपा में घमासान मचा हुआ है। ताजा बयान पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी का आया है, इसमें देवीसिंह भाटी ने राजेंद्र राठौड़ पर हार का ठीकरा फोड़ा है।
लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की हार के मुद्दे पर पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी ने कहा है कि राजेंद्र राठौड़ के कारण पार्टी कई सीटें हार गई। भाटी ने कहा है कि लोकसभा चुनाव में राजेंद्र राठौड़ ने घेराबंदी करके, दबाव बनाकर जिन लोगों को टिकट दिलवाया, वो लोग चुनाव हार गए। उन्होंने चूरू में राहुल कस्वां को टिकट नहीं देने को पार्टी का गलत निर्णय बताते हुए कस्वां की कार्यशैली की तारीफ की।
भाटी यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि राजेंद्र राठौड़ ने एक-दूसरे को काटने की कोशिश की। ये सबसे संकट वाली शुरूआत थी। इससे निश्चित तौर पर माहौल खराब हुआ। इसी कारण जगह-जगह पार्टी में विद्रोह हो गया। बाडमेर में भी इसी कारण निर्दलीय खड़े हुए। अन्य जगह भी इसी तरह नेता खड़े हो गए। भाटी ने कहा कि टिकटों का वितरण सही होता तो और सीट जीत सकते थे।
भाटी ने कहा कि संगठन ने भी अपना काम सही तरीके से नहीं किया। संगठन में पन्ना प्रमुख, बूथ प्रभारी का काम सही नहीं था। वोटर लिस्ट में किसके नाम जुड़े हैं, किसी ने गलत नाम तो नहीं जोड़ लिए। जब वोट डालने का काम शुरू हुआ तो पता चला कि पूरे परिवार का ही नाम कट हो गया। ये देखने वाला कोई नहीं था। संगठन की जो वर्किंग होनी चाहिए, वो कहीं भी नहीं रही। इसके कारण भी चुनाव में स्थिति खराब हुई है। इसमें अब सुधार होना चाहिए।