शरद पुरोहित,जयपुर। केंद्रीय कला, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने फिर से राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर कड़े आरोप लगाए हैं। जोधपुर में पूर्व विधायक सूर्यकांता व्यास के निधन के बाद परिवार से मिलने जोधपुर आए शेखावत ने मीडिया से बातचीत के दौरान संजीवनी घोटाले को लेकर गहलोत पर निशाना साधा। शेखावत ने कहा कि पिछले 5 साल से उन्हें और उनके परिवार को बदनाम करने की कोशिश की जा रही थी, लेकिन न्यायपालिका ने सत्य की जीत को साबित किया है।
संजीवनी घोटाले पर गहलोत के आरोप झूठे
राजस्थान हाई कोर्ट से संजीवनी घोटाले में क्लीन चिट मिलने के बाद गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा, “मैं पहले ही कह चुका था कि मेरा दामन साफ है। अब अदालत ने भी यह साबित कर दिया है कि मेरे खिलाफ लगाए गए सभी आरोप झूठे थे।” उन्होंने कहा कि गहलोत ने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को रास्ते से हटाने के लिए साजिशों का सहारा लिया है, लेकिन यह सच्चाई अब जनता के सामने आ चुकी है।
“गहलोत की पुरानी आदत है साजिश रचना”
शेखावत ने कहा कि अशोक गहलोत अपने विरोधियों को षड्यंत्र में फंसाकर उनका राजनीतिक करियर खत्म करने की कोशिश करते हैं। उन्होंने कहा, “चाहे राजेंद्र सिंह राठौड़ का मामला हो, महिपाल मदेरणा परिवार का हो, या विश्नोई परिवार, गहलोत ने अपने प्रतिद्वंद्वियों को इसी तरह से फंसाने की साजिश की है। यह उनकी पुरानी आदत है।”
गहलोत पर ‘पुत्र मोह’ और सत्ता की लालसा का आरोप
शेखावत ने गहलोत पर पुत्र मोह और सत्ता की लालसा में षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि गहलोत कुर्सी पर बने रहने और अपनी राजनीतिक पकड़ को मजबूत करने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाते रहते हैं। शेखावत ने फोन टैपिंग के मुद्दे पर भी गहलोत को आड़े हाथों लिया, जहां गहलोत ने अपने ओएसडी के घर पर एसओजी को कंप्यूटर जब्त करने के लिए भेजा था।
पीड़ितों को राहत दिलाने का वादा
संजीवनी घोटाले के पीड़ितों के लिए गजेंद्र सिंह शेखावत ने न्याय दिलाने का वादा किया। उन्होंने कहा, “मैं पीड़ितों के साथ हूं और उन्हें न्याय दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करूंगा।”