चौक टीम, जयपुर। लोकसभा चुनाव के परिणाम कल आएंगे। इसे लेकर आज से काउंटडाउन शुरू हो गया है। इलेक्शन कमीशन के साथ सभी एजेंसियां अलर्ट मोड पर काम कर रही है। प्रदेश में 25 लोकसभा सीटों के लिए 29 केंद्रों पर मतगणना होगी। मतगणना को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इस बीच राजस्थान की सियासत में बीजेपी नेता किरोड़ी लाल मीणा का एक बयान काफी सुर्खियों में हैं। जिसमें उन्होंने उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री द्वारा सौंपी गई सात सीटों में से अगर एक पर अगर भाजपा हारी तो वे पद से इस्तीफा दे देंगे।
हालांकि, 4 जून को चुनाव के नतीजे आने के बाद पिक्चर क्लियर हो जाएगा। वहीं, देखना होगा कि इन सात सीटों पर बीजेपी प्रत्याशी के हार जाने पर क्या वाकई में किरोड़ी लाल मीणा अपने मंत्री पद से इस्तीफा देंगे?
इन सीटों की जिम्मेदारी है किरोड़ी लाल मीणा पर
दरअसल, हमेशा चर्चा में रहने वाले डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने लोकसभा चुनाव के नतीजों से पहले एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने घोषणा की है कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दी गई सात लोकसभा सीटों में से एक भी सीट भाजपा हारती है, तो वे मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। डॉ. मीणा ने जिन सात सीटों की जिम्मेदारी ली है, उनमें दौसा की सीट प्रमुख है, हालांकि इस सीट के प्रभारी कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ हैं। डॉ. मीणा खुद जयपुर ग्रामीण सीट के प्रभारी बनाए गए थे। इनके अलावा अलवर, भरतपुर, धौलपुर-करौली, टोंक-सवाई माधोपुर और कोटा सीटें भी उनकी जिम्मेदारी में आती हैं।
इस्तीफे की घोषणा से बढ़ सकती हैं पार्टी की मुश्किलें
किरोड़ीलाल मीणा का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब लोकसभा चुनाव के नतीजे आने वाले हैं। इससे पहले भी डॉ. मीणा का एक बयान वायरल हुआ था, जब वे महुआ विधानसभा में भाजपा उम्मीदवार को जिताने की अपील कर रहे थे। उन्होंने कहा था कि अगर भाजपा उम्मीदवार नहीं जीतता है तो वे मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। किरोड़ी लाल मीणा का सरकार पर सवाल उठाना कोई नई बात नहीं है। वे सरकार में रहते हुए भी सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते रहे हैं और कई मुद्दों पर हमलावर रहे हैं। उनके इस इस्तीफे की घोषणा से राजस्थान की भारतीय जनता पार्टी सरकार के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
बता दें चुनाव आयोग के अनुसार, वोटों की गिनती सुबह 8 बजे से शुरू हो जाएगी। सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती होगी और उसके बाद ईवीएम के वोट गिने जाएंगे। पोस्टल बैलेट में भी दो कैटेगरी से मतगणना होगी। पहले सेना, पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों और ऑफिसर्स के वोट काउंट होंगे। इसके बाद सेकेंड कैटेगरी में चुनाव ड्यूटी कर रहे कर्मचारियों, अधिकारियों और सुरक्षा कर्मियों के पोस्टल बैलट काउंट होंगे।