राजस्थानविधानसभा चुनाव का अतिंम दौर खत्म हो चुका है। राजस्थान चुनाव का रिजल्ट आ गया है।चुनावों की बात करे तो शुरू से ही कांग्रेस का पलड़ा भारी नजर आ रहा था। अब फाईनलरिजल्ट आ गया है और कांग्रेस ने अपनी खास जगह बना ली है। ऐसे में अब सवाल उठ रहा है कि वसुंधरा राजे के जाने के बाद अब कौन राजस्थान पर राज करेगा।
कांग्रेस की तरफ से देखे तो दो मुख्य चेहरे हैं- जिनमें अशोक गहलोत और सचिन पायलट है। ताजा अपडेटकी ओर ध्यान दे तो कांगे्रस की ओर से गहलोत ही मुख्यमंत्री बनते नजर आ रहे है। जबमुख्यमंत्री के लिए दो उम्मीदवार खड़े है तो आइयें जानते है उनके बारें में कुछ जानकारी-
अशोक गहलोत
अशोक गहलोत को राजस्थान में कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे दमदार दावेदार माना जा रहा है। अशोक गहलोत अगर मुख्यमंत्री बनते है तो आपको बता दें किवो इससे पहले दो बार मुख्यमंत्री बन चुके है और अब ये तीसरी बार है जब वोमुख्यमंत्री बनेगें।
राजनीतिक सफर
अशोक गहलोत दो बार राजस्थान के मुख्यमंत्री रह चुके है।
जोधपुर की सरदारपुरा सीट से चुनाव मैदान में
कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और संगठनों और प्रशिक्षण के प्रभारी
इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और पीवी नरसिम्हा राव के समय केंद्र में रहने वाले मंत्री
पहली बार साल 1980 में जोधपुर लोकसभा सीट से जीते
जोधपुर से वह चार बार सांसद रह चुके है।
सचिन पायलट
मुख्यमंत्री के दूसरे उम्मीदवार के रूप में सचिन पायलट 2004 में सिर्फ 26 साल की उम्र में सांसद बनने का रिकॉर्ड बना चुके हैं। अध्यक्ष के तौर पर राज्य के हर कोने में संगठन को मजबूत किया है और वसुंधरा सरकार के खिलाफ कड़ी मेहनत की, जिसके बाद ही राजस्थान में कांग्रेस की सरकार की ओर लोगों का झुकाव बढ़ा। हालांकि उन्होंने कहा है कि सीएम कौन होगा इसकाफैसला आलाकमान करेगी।
राजनीतिक सफर
सचिन पायलट राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष
टोंक विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा। अजमेर सीट से सांसद रहे।
दिवंगत कांग्रेस नेता राजेश पायलट के बेटे हैं।
पहली बार साल 2004 में दौसा लोकसभा सीट से सांसद चुने गए थे।
कांग्रेस की सीट से दो ऐसे बड़े उम्मीदवार नेता है जो कि मुख्यमंत्री के पद के लिए खास है और मुख्यमंत्री के लिए सक्षम है। दोनो में से जो भी मुख्यमंत्री बनेगा राजस्थान का उज्जवल भविष्य उसी के हाथ में होगा।